Rakshabandhan Power Cut : त्योहार पर कटौती की सौगात…बिजली बिल हाफ योजना में छँटनी पर कांग्रेस का हमला..

Rakshabandhan Power Cut
Rakshabandhan Power Cut : जब पूरा छत्तीसगढ़ रक्षाबंधन और तीज की तैयारी में जुटा है, तब राज्य की माताओं और बहनों को सरकार ने “राहत” नहीं, बल्कि “नयी चाल” दी है – ऐसा कहना है कांग्रेस का। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने बिजली बिल हाफ योजना में की गई संशोधन को त्योहारों पर ‘जुमले की सौगात’ बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस का आरोप है कि राज्य की ट्रिपल इंजन(Rakshabandhan Power Cut) सरकार (केंद्र, राज्य और संगठन) आम जनता को बिजली दरों में राहत देने के नाम पर केवल छलावा कर रही है। विकास उपाध्याय ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने सच में बिजली बिल आधा किया था, जबकि वर्तमान सरकार केवल “आँकड़ों के खेल” से भ्रम पैदा कर रही है।
कटौती के बहाने झटका!
विकास उपाध्याय ने कहा, “बिजली बिल हाफ योजना के नाम पर कटौती नहीं, चालबाजी की जा रही है। जब महिलाएं रक्षाबंधन और तीज जैसे पर्वों में अपने घरों को रोशन करने की तैयारी में हैं, तब सरकार उन्हें अंधेरे की ओर धकेल रही है।”
उन्होंने दावा किया कि नई दरों से आम उपभोक्ता को कोई सीधा लाभ नहीं मिलने वाला है। यह पूरी योजना सिर्फ कागज़ों पर राहत दिखाने और हकीकत में जेब ढीली करने वाली है।
जमीनी हालात: कटी बिजली, लटकते तार और लापता जवाबदेही
कांग्रेस नेता ने राजधानी सहित कई जिलों में बिजली(Rakshabandhan Power Cut) व्यवस्था की बदहाली का ब्यौरा भी दिया:
ट्रांसफार्मरों की नियमित देखरेख में लापरवाही
लो वोल्टेज की समस्या
बिना सूचना के घंटों बिजली कटौती
लटकती बिजली की तारें और पेड़ों से टकराते तार
आपदा प्रबंधन की कोई तैयारी नहीं, 48 घंटे तक गिरे पोल तक नहीं हटे
उपभोक्ताओं को शिकायत करने पर भी विभागीय अधिकारी फोन तक नहीं उठाते, ऐसी शिकायतें लगातार आ रही हैं।
जिम्मेदारी से ज्यादा प्रचार: कांग्रेस का आरोप
विकास उपाध्याय ने यह भी आरोप लगाया कि जब प्राकृतिक आपदा से कई जिलों में बिजली संरचना ध्वस्त हुई थी, तब भी सरकार की कोई पूर्व तैयारी नहीं थी। वहीं, अब त्योहारों पर “बिजली बिल राहत” के नाम पर जनता को भ्रमित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा:- “जनता को छूट के नाम पर महंगाई में उलझाना ही भाजपा की रणनीति बन चुकी है। पहले ‘महतारी वंदन योजना’ को सीमित किया और अब बिजली बिल हाफ योजना में छंटनी कर रहे हैं।”