राज्यसभा चुनाव : कांग्रेस की गलती के ‘सबक’ है भाजपा के राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह
यशवंत धोटे
रायपुर/नवप्रदेश। Rajya Sabha elections: राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय का कार्यकाल अपै्रल को खत्म होने को है। उनकी जगह भाजपा आलाकमान ने रायगढ़ जिले के आदिवासी नेता राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाकर न केवल राजनीति हल्के को चौकाया है बल्कि कांग्रेस की दुर्गति से सबक भी लिया है। दरअसल 2018 में विधानसभा सभा की 68 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के पास राज्ससभा की 2 सीटें बढ़ गई।
2020 में छाया वर्मा और रामविचार नेताम की सीटें खाली होने के बाद इन दो सीटें पर कांग्रेस ने बिहार की कांग्रेस नेत्री रंजीता रंतन और दिल्ली के पत्रकार राजीव शुक्ला को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में भेज दिया। और वह भी तब जब केटीएस तुलसी जैसे वरिष्ठ वकील पहले से ही कांग्रेस से राज्यसभा में है। उस समय कांग्रेस के अंदरखाने मची भगदड़ को बंपर जनादेश की सत्ता और संगठन ने बेदर्दी से कुचल भी दिया।
लेकिन संपन्न विधानसभा चुनाव में आदिवासी और पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा का खामियाजा कांग्रेस को कुछ इस तरह भुगतना पड़ा कि आदिवासी क्षेत्रों में कांग्रेस पिछड़ी और सत्ता से बाहर हो गई। गौरतलब है कि 2018 में जिस एक सीट के लिए राज्यसभा का चुनाव हुआ उसमें धरमलाल कौशिक का नाम तय हो गया था और बतौर मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह का बयान था कि राज्यसभा में कोई पिछड़ा वर्ग ही जाएगा। लेकिन सरोज पाण्डेय की राष्ट्रीय पहचान का नतीजा निकला कि न केवल कौशिक की टिकिट कटी बल्कि सरोज पाण्डेय राज्यसभा पहुंच गई।
विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि राज्यसभा की लिए वोटिंग हुई और सरोज को अपने दल से ईतर 2 वोट ज्यादा मिले। यह प्रकरण भी हाईकोर्ट में चल रहा है। पिछले घटनाक्रम से सबक लेते हुए इस बार भाजपा ने राज्यसभा के नाम को लेकर चौकाया। राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह विश्व विख्यात संगीत सम्राट रायगढ़ नरेश स्वर्गीय चक्रधर सिंह के प्रपौत्र है।
वे 2005-06 में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री 2008 में प्रदेश भाजपा कार्यकारणी सदस्य उसके पश्चात 2011-12 में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के रायगढ़ जिलाध्यक्ष व 2011 में ही अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रह चुके हैं।
वर्तमान में रायगढ़ के लैलूंगा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य है। जनजाति गौरव समाज के वह बिलासपुर समाज के अध्यक्ष हैँ. रेल मंत्रालय में वह हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य है। उनका अध्ययन राजकुमार कॉलेज रायपुर एवं सेंट स्टीफन्स कॉलेज दिल्ली व दिल्ली विश्व विद्यालय से इतिहास में हुआ है। वर्तमान में वह रुड़केला लैलूंगा में निवासरत है। श्री सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं धर्म जागरण मंच के विभिन्न दायित्व का निर्वहन किया है. वह रायगढ़ में आयोजित होने वाले चक्रधर समारोह की आयोजन समिति के सदस्य भी है।