Rajnandgaon News : गरीब की जिंदगी की कीमत सिर्फ 25 हजार, क्या इन रूपयों से चलेगी बच्चों की जीविका, कब मिलेगा अनूपा यादव को न्याय
राजनांदगांव, नवप्रदेश। राजनांदगांव के पोहा मिल में कुछ दिन पहले मिल के पट्टे में फंसने से श्रमिक महिला की मौत हो (Rajnandgaon News) गई थी। जिसका परिवार अभी तक न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।
लेकिन अभी तक न ही किसी पार्टी के कार्यकर्ता ने परिवार और मृतिका की सुध ली और न ही उसे न्याय दिलाने के लिए कोई सामने (Rajnandgaon News) आया।
शायद गरीबों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं है इसलिए इतने दिन बीत जाने के बाद भी किसी ने उनकी मौत की सुद नहीं ली।
अब बात करें युवा यश चौथवानी की सड़क हादसे में हुई मौत की तो उसको न्याय दिलान के लिए भाजपा, कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों सहित व्यापारी वर्ग और गणमान्य नागरिक सड़क पर उतर आए (Rajnandgaon News) थे,
क्योंकि वह एक संपन्न घराने से था, लेकिन मृतक अनूपा यादव को न्याय दिलाने न ही कोई जनप्रतिनिधि आगे आया और न ही व्यापारी वर्ग और गणमान्य नागरिक।
मिल के मालिक मुकेश लोहिया ने महज औपचारिकता निभाते हुए मृतक को मात्र 25 हजार रुपये की राशि देकर खानापूर्ति कर दी। पोहा मिल के मालिक पर न ही कोई अपराध पंजीबद्ध हुआ और न उसे सलाखों के पीछे धकेलने, पीड़ित को न्याय दिलाने कोई सामने नहीं आया।
मृतक अनूपा यादव मजदूरी करने वाली और रोज कमाने खाने वाली थी। उनके घर पर 3 छोटे नाबालिग बच्चे हैं। उनकी उम्र अभी इतनी नहीं की वो बाहर काम करने जा सकें या घर की जिम्मेदारियां निभा सके।
विडंबना है किए मृतक अनूपा यादव को न्याय दिलाने किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने या वर्ग ने सहानुभूति निभाई। न ही मालिक पर कोई अपराधिक मामला दर्ज हुआ।
इधर बोलेरो चालक दीवान को कटघरे में खड़ा करने और सलाखों के पीछे धकेलने की जी तोड़ कोशिश होती रही, तो दूसरी ओर मृतका अनूपा यादव और उसका गरीब परिवार आज भी न्याय की बाट जोह रहा है।