Rajiv Gandhi Energy Day : एक दिन पहले दिलाई सद्भावना दिवस की शपथ
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रायपुर/नवप्रदेश। Rajiv Gandhi Energy Day : कोविंड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर रेल मंडल द्वारा मंडल कार्यालय के सभी विभागों में अपने-अपने कार्य स्थल पर प्रात: 11 बजे सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता ने अपने कार्यालय में जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, धर्म व भाषाई भेदभाव से उपर उठ कर राष्ट्र के लिये कार्य करने की शपथ दिलाई। इस दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक, (परिचालन) लोकेश विश्रोई भी उपस्थित रहे ।
‘सदभावना दिवस’ को राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त (Rajiv Gandhi Energy Day) को मनाया जाता है। 20 अगस्त को मोहर्रम पर्व पर कार्यालय का अवकाश होने के कारण सदभावना दिवस 19 अगस्त को मनाया गया। सदभावना दिवस का उद्देश्य सभी धर्मों, भाषाओ और क्षेत्रों के लोगों में राष्ट्रीय एकीकरण और साम्प्रदायिक सौहार्द का संवर्धन करना है। ‘सदभावना दिवस’ मनाने के पीछे मुख्य विचार हिंसा को समाप्त करना तथा लोगों में सद्भावना का संवर्धन करना है। रायपुर मंडल के स्टेशनों कार्यालयों में अधिकारीगण एवं कर्मचरियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने-अपने विभागों में शपथ ग्रहण किया।
सद्भावना दिवस का महत्व
देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi Energy Day) के जन्म दिवस को हर साल सदभावना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे ‘समरसता दिवस’ या ‘राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस’ के नाम से भी जाना जाता है। सदभावना का मतलब एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखना। 20 अगस्त, 1944 को पैदा हुए राजीव गांधी भारत के छठे प्रधानमंत्री रहे। वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी के बड़े बेटे थे। 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरुंबुदुर में उनकी हत्या कर दी गयी। उनकी स्मृति में प्रत्येक वर्ष ‘सदभावना दिवस’ मनाया जाता है।
ये शपथ लेते है
20 अगस्त को सदभावना दिवस मनाते हुए देश भर के लोगों द्वारा शपथ भी ली जाती है। जो इस प्रकार है-
मैं ये पूरी गंभीर प्रतिज्ञा लेता हूं कि मैं जाति, क्षेत्र, धर्म और भाषा को बिना ध्यान दिये भारत के सभी लोगों की भावनात्मक एकात्मकता और सद्भावना के लिये कार्य करूंगा। मैं कसम खाता हूं कि बिना हिंसा के संवैधानिक साधनों और बातचीत के द्वारा एक-दूसरे के बीच की दूरियों को अवश्य समाप्त कर दूंगा।
राजीव गांधी राष्ट्रीय सदभावना पुरस्कार
राजीव गांधी की हत्या (Rajiv Gandhi Energy Day) के एक साल बाद 1992 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने राजीव गांधी राष्ट्रीय सदभावना पुरस्कार की शुरुआत की। यह राष्ट्रीय एकीकरण, सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को पहचानने के लिए स्थापित किया गया था। प्रशस्ति पत्र के अलावा, पुरस्कार में 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी शामिल है।
अब तक इन्हें मिला ये सम्मान
अब तक जिन लोगों को यह पुरस्कार दिया गया है उनमें मदर टेरेसा, उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, सुभद्रा जोशी, दिलीप कुमार, लता मंगेशकर, एस एन सुब्बाराव, स्वामी अग्निवेश और पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन जैसी महान हस्तियां शामिल हैं। इन तमाम बड़ी शख्सियतों ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया।