Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में सियासी घमासान तेज, आठ विधायक सचिन पायलट से मिलने पहुंचे…
Rajasthan Congress Crisis: 11 जून को राजेश पायलट की पुण्यतिथि मनाने की तैयारी चल रही
जयपुर। Rajasthan Congress Crisis: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद को पार्टी में शामिल कर भाजपा ने कल कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था। इस बीच जितिन प्रसाद के बीजेपी में आने के बाद राजस्थान में सियासी माहौल गरमा गया है। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में सियासी घमासान तेज हो गया है।
साथ ही लंबे समय से पार्टी से असंतुष्ट सचिन पायलट का गुट फिर से आंदोलन करने लगा है। पता चला है कि पायलट के गुट के आठ विधायकों ने पायलट से चर्चा की थी। इन विधायकों में सचिन पायलट के करीबी रामनिवास गावडिय़ा के साथ विश्वेंद्र सिंह, पी.आर. मीना और मुकेश कुमार। इस बीच, बैठक ने उन अटकलों को भी हवा दे दी है कि सचिन पायलट भाजपा में शामिल होंगे।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि बैठक क्यों बुलाई गई। हालाँकि संभव है कि कुछ महत्वपूर्ण राजनीतिक (Rajasthan Congress Crisis) चर्चाएँ हुई हों। जानकारों के मुताबिक दस महीने बाद भी उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर बातचीत समिति की ओर से कोई फैसला न लेने पर सचिन पायलट ने नाराजगी जताई थी। इसलिए इस बैठक का महत्व बढ़ गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज हैं सचिन पायलट साथ ही उन्हें पार्टी नेतृत्व से नाखुश बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार 11 जून को राजेश पायलट की पुण्यतिथि मनाने की तैयारी चल रही है। इस कार्यक्रम में सचिन पायलट और उनके समर्थक ताकत दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके जरिए वह कांग्रेस नेतृत्व को अपनी नाराजगी का संकेत देने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच सचिन पायलट की टीम के रफ्तार पकडऩे से गहलोत टीम अब अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौर ने हाल ही में पायलट समर्थकों विश्वेंद्र सिंह और पीआर मीणा से चर्चा की है। संभावित नुकसान से बचने के लिए गहलोत सरकार में पायलट समूह के विधायकों को शामिल करने के लिए आंदोलन भी शुरू कर दिया गया है।