रायपुर के विद्यार्थी ने ICode ग्लोबल हैकेथॉन के ग्लोबल फाईनल्स में बनाई जगह
टियर 2 और 3 शहरों के विद्यार्थियों ने इंडिया चैप्टर को लीड किया
रायपुर/नवप्रदेश। दुनिया की अग्रणी कोडिंग प्रतियोगिता और मूल्यांकन संगठनों में से एक, ICode ने जनवरी 2021 में आईकोड ग्लोबल हैकेथॉन के अपने इंडिया चैप्टर का शुभारंभ किया। पिछले 3 वर्षों के दौरान, 22 देशों में पेरेंट्स और स्कूलों से शानदार प्रतिक्रिया मिलने के बाद, भारत में आईकोड के प्रारंभिक राउंड में 40 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन छात्रों ने अगस्त 2021 में राज्य स्तर पर प्रारंभिक चयन के साथ शुरू होने वाली एक मल्टी-लेवल प्रतियोगिता में भाग लिया और नवंबर 2021 में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और फिर दक्षिण एशिया की इवेंट्स में अपनी जगह बनाई। हैकेथॉन में पूरे विश्व में 2 मिलियन से अधिक विद्यार्थी भाग लेते हैं।
प्रतियोगिता के दौरान, भारत के कुल 57 विद्यार्थियों ने आईकोड (ICode) ग्लोबल हैकेथॉन के ग्लोबल फाईनल्स में अपनी जगह बनाई। प्रतियोगिता 12 दिसंबर 2021 को दोपहर 12 बजे GMT से शुरू हुई। शॉर्टलिस्ट किए गए भारतीय विद्यार्थियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल, चीन, सिंगापुर, यूएई और अन्य देशों के फाईनलिस्ट्स से प्रतिस्पर्धा की। ग्लोबल फाईनल में शीर्ष 50 स्थानों में 10 स्थान भारतीय विद्यार्थियों के रहे।
हैकेथॉन के प्रत्येक स्तर को 60 मिनट, एडैप्टिव एवं गेमिफाईड कोडिंग कम्पटीशन के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जो 6 से 16 वर्ष की आयु की योग्यता के अनुसार तैयार की गई है। मॉड्यूल में प्राथमिक ग्रेड के छात्रों के लिए ब्लॉक कोडिंग के बिगिनर एवं एडवांस्ड लेवल्स तथा मिडिल और हाई स्कूल के विद्यार्थियों के लिए पायथन के बिगिनर एवं एडवांस्ड लेवल्स शामिल हैं।
हैकेथॉन के इंडिया चैप्टर की सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि टियर 2 और टियर 3 शहरों के बच्चों ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन करते हुए देश के 75 फीसद से अधिक फाइनलिस्ट में अपनी जगह बनाई है। रायपुर, छत्तीसगढ़ में स्थित कृष्णा पब्लिक स्कूल, भारत के फाइनलिस्ट स्कूलों में से एक है। यहां की प्रिंसिपल, प्रियंका त्रिपाठी ने कहा, ‘‘भारत में प्रतिभा व अवसरों की कोई कमी नहीं। हमारा सौभाग्य है कि हमारा जन्म इनोवेशन व अविष्कारों के देश में हुआ है। एजुकेटर के रूप में हमारा दायित्व है कि हम अपनी भविष्य की पीढ़ियों की प्रतिभा और कौशल का विकास करें। हम अपने विद्यार्थियों को यह बेहतरीन अवसर तथा दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए आईकोड हैकेथॉन के आभारी हैं। यह गर्व की बात है कि हमारे आठ विद्यार्थी ग्लोबल फाईनल में पहुंचे हैं। हम आईकोड हैकेथॉन के प्रयासों की सराहना करते हैं और भविष्य में भी ऐसे ही उत्तम अवसरों के लिए आशान्वित हैं।’’
आईकोड (ICode)फाउंडेशन के ग्लोबल पार्टनरशिप के प्रमुख, आसफ रोथचाइल्ड ने कहा, “आइकोड में भारत का इतना शानदार प्रदर्शन हमारे लिए बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं है। भारत के बच्चे विश्व स्तर पर सबसे होशियार बच्चों में से एक हैं। भारत से फाइनलिस्ट की संख्या आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ने वाली है क्योंकि देश नई शिक्षा नीति को लागू कर रहा है। हम भारत में लीडर्स और नीति निर्माताओं को उनकी शिक्षा नीति में कम्प्यूटेशनल थिंकिंग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बधाई देना चाहते हैं।”
ICode.org के विषय में जानकारी
आईकोड एक वैश्विक संगठन है जो विश्व स्तर पर के12 छात्रों और स्कूल सिस्टम के लिए कोडिंग प्रतियोगिताओं और आंकलन के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली कम्प्यूटेशनल थिंकिंग और एल्गोरिथम इंटेलिजेंस को स्टैंडर्डाईज़ करने पर केंद्रित है। 22 से अधिक देशों के 2 मिलियन से अधिक प्रतिभागियों के साथ, आईकोड ग्लोबल हैकेथॉन 6-16 वर्ष की आयु के लिए दुनिया की अग्रणी के12 कोडिंग प्रतियोगिता है। यह प्रतियोगिता एक गेमीफाइड और एडैप्टिव प्लेटफार्म पर आधारित है जो बच्चों को ब्लॉक कोडिंग और पायथन पर उनकी प्रॉब्लम सॉल्विंग एंड क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स को टेस्ट करने की अनुमति देता है।