Raipur Police Also Ready For Shoot & Sight : शूटर एक भी गोली चलाते तो पुलिस कर देती गोलियों की बौछार
शूटरों और लॉरेंस गैंग के रायपुर में हैं मददगार, 0 भाठागांव की होटल ही क्यों रुके शूटर पुलिस तलाश रही जवाब
रायपुर/नवप्रदेश। Raipur Police Was Also Ready For Shoot & Sight : पुलिस ने पूरे होटल को खाली करवाकर एक दर्जन जवानों को सादी वर्दी में हथियारों से लैस कर सभी कमरों में ठहरा दिया गया था। स्टेशन से लेकर भाठागांव और होटल के आसपास 80 से ज्यादा चुनिंदा स्टाफ सादी वर्दी में तैनात थे। सभी के पास लोडेड सर्विस रिवाल्वर थी। आईजी रायपुर रेंज और एसएसपी रायपुर ने अपने मातहतों को हिदायत देकर भेजा था कि सुरक्षा के लिए जरुरी हो तो इनकाउंटर से भी नहीं चूकना।
अगर आरोपियों की तरफ से एक भी फायर होता तो मुस्तैदी से तैनात रायपुर पुलिस गोलियों की बौछार कर देती। मुकेश और देवेंद्र को भी उसी होटल में रखा ताकि उनके मोबाइल का लोकेशन न बदले। उनके गैंग को वालों किसी तरह का शक न हो। गुरुवार की रात गुजरने के बाद शुक्रवार का पूरा दिन गुजर गया। मुकेश और देवेंद्र के मोबाइल पर कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज नहीं आया। पुलिस इंतजार करती रही। शनिवार को सुबह 6.30 बजे मुकेश के मोबाइल पर पाली राजस्थान से पप्पू का फोन आया। मुख्य शूटर रोहित का कोडवर्ड नाम 29 29 था।
पुलिस मुकेश को लेकर तुरंत रेलवे स्टेशन पहुंची ताकि वह रोहित को पहचान सके। सुबह 7.30 बजे जयपुर-पुरी एक्सप्रेस स्टेशन पहुंची। उसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई और मुकेश को तुरंत होटल लेकर पहुंची। होटल से तीनों को उसी समय क्राइम ब्रांच ऑफिस फाफाडीह लाया गया। तीनों से अलग-अलग पूछताछ की गई। तीनों ने बताया कि उन्हें पाली में रहने वाले पप्पू सिंह ने सुपारी दी है। उसी समय एक टीम फ्लाइट से राजस्थान पाली भेजी गयी। मोबाइल लोकेशन के आधार पर कुछ ही घंटों के भीतर पप्पू को पकड़ लिया गया। उसे रविवार सुबह रायपुर लाया गया।
रायपुर के 45 साल के कारोबारी की 7 दिन रेकी किये
0 कारोबारी के सड्डू और राजेंद्र नगर के मकान का लोकेशन
0 मोबाईल से तेलीबांधा स्थित ऑफिस का फोटो-वीडियो लिया
0 7 दिन तक रेकी किये और कारोबारी की भी फोटो उनके पास थी
0 कारोबारी रोज कहां जाता है? उसके साथ हमेशा कौन रहता है?
0 कौन-कौन सी गाड़ियों में चलता है? ऑफिस जाने का समय क्या है?
0 रायपुर में मुकेश और देवेंद्र पिछले माह अप्रैल में आ चुके चुके हैं
क्या रायपुर में भी हैं गैंग के स्लीपर सेल ?
राजधानी पुलिस को संदेह है कि गैंग के या फिर चारों आरोपियों में से किसी के रायपुर में दोस्त हैं। यह भी संभावना है कि पुरे शहर में से भाठागांव के पास ही होटल लेने से संदेह बढ़ गया है। पुलिस को शक है कि कोई मददगार, पुराना दोस्त या फिर लॉरेंस गैंग के लोकल गैंगबाजों के गुर्गे होंगे।