राहुल देंगे ‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ की पहली किश्त, प्रतिवर्ष मिलेगी 6 हजार रुपए की मदद |

राहुल देंगे ‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ की पहली किश्त, प्रतिवर्ष मिलेगी 6 हजार रुपए की मदद

rahul-will-give-the-first-installment-of-rajiv-gandhi-rural-landless-agricultural-mazdoor-nyay-yojana-will-get-the-help-of-6-thousand-rupees-every-year

Rahul Launch Scheme

रायपुर/नवप्रदेश। Rahul Launch Scheme : छत्तीसगढ़ में ‘न्याय सब्बो बर-सब्बो डहर’ के ध्येय वाक्य के साथ काम शुरू करने वाली कांग्रेस की सरकार ने नित नई योजनाएं लागू कर प्रदेशवासियों को काफी राहत पहुंचाने का काम किया है। जिसका क्रियान्वयन भी किया जा रहा है। अब ‘न्याय’ की कड़ी में ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार को ‘न्याय’ मिलने जा रहा है। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की शुरुआत आगामी 3 फरवरी को सांसद और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राजधानी के साईंस कॉलेज मैदान में इस योजना का शुभारंभ करेंगे।

राज्य सरकार द्वारा शुरू की जा रही इस योजना के तहत ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार को प्रति वर्ष 6 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके लिए राज्य के अनुपूरक बजट में 200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। कार्यक्रम में राहुल गांधी योजना के लिए पात्र 3 लाख 55 हजार भूमिहीन कृषक मजदूरों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों राशि अंतरण करेंगे।

राज्य की होगी महत्वपूर्ण योजना

छत्तीसगढ़ राज्य में ग्रामीण आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि कार्यो से जुड़ा है। कृषि कार्यो में गांव में कई भूमिहीन परिवार कृषि मजदूरी का कार्य करते हैं। राज्य में खरीफ सत्र में ही कृषि मजदूरी के लिए पर्याप्त अवसर होते हैं, लेकिन रबी सत्र में फसल क्षेत्राच्छादन कम होने के कारण कृषि मजदूरी के लिए अवसर कम हो जाते हैं। इसमें से कई कृषि मजदूर भूमिहीन हैं, जिनके पास अपनी स्वयं की भूमि नहीं है। ऐसे में यह योजना भूमिहीन परिवारों के लिए एक बड़ा वरदान साबित होगी।

योजना के अंतर्गत पात्रता केवल छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को होगी। ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के अंतर्गत चरवाहा, बढ़ई, लोहार, मोची, नाई, धोबी और पुरोहित जैसे पौनी-पसारी व्यवस्था से जुड़े परिवार, वनोपज संग्राहक और समय-समय पर नियत अन्य वर्ग भी पात्र होंगे। इस योजना के हितग्राहियों के लिए आवश्यक शर्त यह है कि हितग्राही परिवार के पास कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए. आवासीय प्रयोजन के लिए धारित भूमि कृषि भूमि नहीं मानी जाएगी।

सीएम भूपेश पहुँचे साइंस कॉलेज मैदान

राहुल गांधी के कार्यक्रम की तैयारी का जायज़ा लेने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उत्तरप्रदेश दौरे से लौटने के बाद सीधे साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे। इनके साथ अनेक मंत्री, समस्त वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। दरअसल, 3 फ़रवरी को राहुल गांधी रायपुर आ रहे हैं और साइंस कॉलेज मैदान से ही राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने स्वयं सीएम भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारीयों को कई दिशा दिये।

सीएम भूपेश ने कहा कि हमारी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपनों के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र के गरीब तबकों को सीधे मदद पहुंचाना चाहती है। इसे हम राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से पूरा करने जा रहे हैं। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए ऐसी योजना लागू की है। जिस तरह से किसानों को मिली आर्थिक मदद ने बाजार को संबल दिया है, उसी तरह से भूमिहीन कृषि मजदूरों को मिली आर्थिक मदद भी ग्रामीण अंचल में अर्थव्यवस्था को गति देने का माध्यम बनेगी।

JOIN OUR WHATS APP GROUP

डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *