भाषण से हटाए गए शब्दों पर भड़के राहुल गांधी; लोकसभा अध्यक्ष बिरला को लिखे पत्र में बोले-कहा मैं हैरान हूं
-भाषण में की गई टिप्पणियों को कार्यवाही में बरकरार रखा जाए
नई दिल्ली। Rahul gandhi in loksabha: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद की कार्यवाही के छठे दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपना पहला भाषण दिया। इस मौके पर राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक मामले, अग्निवीर योजना और मणिपुर मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना की। इस बीच राहुल गांधी के भाषण का एक हिस्सा हटा दिया गया है। इसलिए राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है।
राहुल गांधी (Rahul gandhi in loksabha) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनके भाषण में की गई टिप्पणियों को कार्यवाही में बरकरार रखा जाए। उन्होंने पत्र में कहा मैं हैरान हूं कि मेरे भाषण का एक बड़ा हिस्सा कार्यवाही से हटा दिया गया है। यह संसद के नियमों के खिलाफ है।
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर का भाषण भी आरोपों से भरा रहा, लेकिन उनके भाषण से केवल एक शब्द निकाला गया। राहुल गांधी (Rahul gandhi in loksabha) ने कहा है कि इस मामले में भेदभाव समझ से परे है। साथ ही सदन में सच्चाई भी रखी। हर सांसद को संसद में जनता से जुड़े सवाल उठाने का अधिकार है। इसी को ध्यान में रखकर मैंने अपना भाषण दिया। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी की दुनिया में सच्चाई मिट सकती है, लेकिन हकीकत में नहीं।
राहुल गांधी के पत्र लिखने पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्सों को हटाने का अधिकार है। इस बीच राहुल गांधी के भाषण में हिंदू धर्म और कुछ अन्य धर्मों पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं। साथ ही खबर है कि रजिस्टर से नरेंद्र मोदी, आरएसएस, बीजेपी वाला सेक्शन हटा दिया गया है।