Radhika Kheda said : केदार कश्यप को च्यवनप्राश खाने की जरूरत
कांग्रेस नेत्री ने कसा तंज बोलीं कांग्रेस शहीदों की पार्टी, भाजपा मंत्री अपनी पार्टी का इतिहास और वर्तमान दोनों भूल रहे
रायपुर/नवप्रदेश। Radhika Kheda said : छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने गुरुवार को जगदलपुर में विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। इस बयान को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के मंत्री को च्यवनप्राश खाने की सख्त जरूरत है, क्योंकि वो अपनी पार्टी का इतिहास और वर्तमान दोनों भूल रहे हैं।
वो भूल रहे हैं कि कैसे राष्ट्रवाद की आड़ में देश विरोधी गतिविधियों में बीजेपी संलिप्त है। 1999 में सबसे पहले मंसूर अहमद को छोड़ने का काम इन्हीं की पार्टी ने किया था। जिस पर बाद में मुंबई टेरर अटैक का आरोप भी लगा था।
भाजपा के कई नेता टेरर गतिविधियों में शामिल
राधिका खेड़ा ने कहा कि वो ये भी भूल रहे हैं कि ध्रुव सक्सेना जो इनके आईटी सेल के मेंबर थे, उनके साथ 11 लोग और पकड़े गए थे, जो ISISI के लिए स्पाई का काम करते थे। वो ये भी भूल रहे हैं कि 2017 में असम का एक बड़ा नेता जिसका नाम निरंजन है, उसने हजार करोड़ से ज्यादा रुपए आतंकवादियों को फंड किया था। जम्मू-कश्मीर में भी बीजेपी के लोग आतंकी गतिविधियों में पकड़े गए थे। ऐसी घटनाएं जब भी हुई हैं, तो जांच में बीजेपी कार्यकर्ताओं का नाम सामने आया है।
कांग्रेस शहीदों की पार्टी- राधिका खेड़ा
राधिका खेड़ा ने कहा कि इसलिए जरूरी है कि भारतीय जनता पार्टी के मंत्री केदार कश्यप चवनप्राश अच्छे से खाएं, ताकि उन्हें याद आए कि कांग्रेस वह पार्टी है, जिनके नेताओं ने इस देश के लिए अपनी जान दे दी है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई नेता झीरम घाटी कांड में शहीद हो गए। कांग्रेस पार्टी शहीदों की पार्टी है।
मंत्री केदार ने दिया था यह बयान
छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने गुरुवार को जगदलपुर में कहा था कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। इनके नेताओं के विचार आतंकवादी, नक्सली, खालिस्तानी और ISIS संगठन से मेल खा रहे हैं। ये हमेशा मारने-काटने की बात करते हैं।
केदार कश्यप ने कहा कि लोकसभा प्रत्याशी और MLA कवासी लखमा ने भी अपने भाषण में नरेंद्र मोदी को मारने की बात कही थी। इनके बयान से यह साफ जाहिर हो रहा है कि इनकी मंशा क्या है? राज्यसभा सांसद नक्सलियों को भाई कहती हैं। हम नक्सलियों को हथियार छोड़कर मुख्य धारा में आने के लिए कहते हैं।