Punjab Assembly Elections : आम पार्टी का बढ़ता जनाधार
Punjab Assembly Elections : पंजाब विधानसभा चुनाव में आम पार्टी ने 92 सीटें जीतकर सभी को चौका दिया है। चुनाव पूर्व हुए ओपिनियन पोल सभी ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की संभावना जताई थी। कुछ ने तो त्रिशंकू सरकार बनने का पूर्वानुमान लगाया था।
लेकिन चुनावी नतीजों ने राजनीतिक विषलेश्कों को दातों तले उंगली दबाने पर बाध्य कर दिया। जिस तरह नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने तीन चौथाई से ज्यादा सीटें जीती थी ठीक उसी तरह पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने तीन चौथाई सीटें जीतकर नया कीर्तिमान रच दिया। आम आदमी पार्टी की सुनामी में कांग्रेस अकाली दल और भाजपा के बड़े-बड़े सुरमा बह गए। चाहे वह नवजोत सिंह सिद्धू हो या चरणजीत सिंह चन्नी या फिर कैप्टन अरमिंद सिंह या प्रकाश सिंह बादल सभी आम आदमी पार्टी के उम्मीद्वारों से पराजीत हो गए।
इन नामी गिरामी नेताओं को आम आदमी पार्टी के ऐसे प्रत्याशियों ने पराजीत (Punjab Assembly Elections) किया है जो वास्तव में आम आदमी है। जाहिर है आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की तरह ही पंजाब में भी अपना जनाधार बढ़ा लिया है। कांग्रेस के विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी तेजी से उभर रही है। अब हिमाचल प्रदेश पर भी उसकी नजर है जिसके लिए उसने अभी से तैयारी करना शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी अब तेजी से एक सशक्त राष्ट्रीय पार्टी के रूप में उभर रही है। कांग्रेस के लगातार निराशा जनक प्रदर्शन के बाद जहां विभिन्न प्रदेशों में क्षेत्रिय पार्टियां मजबूत होती जा रही है वहीं अब राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए है।
यह ठीक है कि आम आदमी पार्टी लोगों को मुफ्त में पानी, बिजली सहित अन्य कई सुविधाएं देने का प्रलोभन परोस कर लोकप्रियता हासिल कर रही है। लेकिन ऐसा करने वाली सिर्फ आम आदमी पार्टी ही नहीं है। कांग्रेस और भाजपा सहित लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां वोट कबाडऩे के लिए मुफ्तखोरी को बढ़ावा देती रही है। दरअसल नई दिल्ली में वहां के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी चुनावी घोषणाओं पर अमल करके जनता का विश्वास जीता है और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। पंजाब का ही उदाहरण ले ले।
जहां कांग्रेस सहित (Punjab Assembly Elections) अन्य पार्टियों ने पूरे संसाधन झोक दिए थे। जबकि आम आदमी पार्टी के संसाधन सीमित थे और उसके प्रत्याशी भी कोई धन्नासेठ नहीं थे। इसके बावजूद 92 सीटों पर आम पार्टी ने जीत का परचम फहराया जो एक बड़ी उपलब्धि है। यदि इसी तरह हिमाचल प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी तो निश्चित रूप से आने वाले समय में आम आदमी पार्टी एक मजबूत राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी।