Pune Municipal Election : अजित–शरद पवार से गठबंधन पर कांग्रेस का साफ इनकार

Pune Municipal Election

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महाराष्ट्र में आगामी पुणे महानगर पालिका चुनाव से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हाल ही में डिप्टी सीएम अजित पवार द्वारा कांग्रेस नेता से फोन पर गठबंधन का प्रस्ताव दिए जाने की खबरों के बाद अब कांग्रेस की आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आ गई है।

कांग्रेस ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वह अजित पवार या शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेगी। यह बयान पुणे महानगर पालिका चुनाव (Pune Municipal Election) को लेकर राजनीतिक समीकरणों को और साफ करता है।

कांग्रेस का दो टूक जवाब

महाराष्ट्र कांग्रेस के उपाध्यक्ष मोहन जोशी ने कहा कि एनसीपी और अजित पवार गुट पहले ही एक साथ चुनाव लड़ने का निर्णय ले चुके हैं, ऐसे में कांग्रेस के लिए उनके साथ किसी भी तरह के गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता।

उन्होंने कहा कि पुणे महानगर पालिका चुनाव (Pune Municipal Election) में कांग्रेस अपनी स्वतंत्र राजनीतिक पहचान और विचारधारा के आधार पर निर्णय लेगी।

एमवीए सहयोगियों पर रहेगा फोकस

मोहन जोशी ने आगे बताया कि कांग्रेस महा विकास आघाड़ी के सहयोगी दलों के साथ गठबंधन की संभावनाओं पर विचार कर रही है। इनमें शिवसेना (यूबीटी) और अन्य समान विचारधारा वाले संगठन शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश इकाई की बैठक मुंबई में प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल की अध्यक्षता में हुई, जिसमें चुनावी रणनीति को लेकर दिशा-निर्देश तय किए गए। इस बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि पुणे महानगर पालिका चुनाव (Pune Municipal Election) में कांग्रेस समान सोच रखने वाली पार्टियों के साथ आगे बढ़ेगी।

धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ चुनाव

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाली राजनीतिक ताकतों के साथ चुनाव लड़ेगी। उन्होंने आम आदमी पार्टी और राष्ट्रीय समाज पक्ष जैसी पार्टियों के साथ संभावित तालमेल की भी बात कही। कांग्रेस का मानना है कि वैचारिक समानता के आधार पर ही टिकाऊ गठबंधन संभव है, न कि अवसरवादी राजनीति के आधार पर।

अजित पवार के प्रस्ताव पर स्थिति स्पष्ट

गौरतलब है कि दो दिन पहले कांग्रेस नेता सतेज पाटिल ने भी यह स्वीकार किया था कि उन्हें पुणे निकाय चुनाव के लिए अजित पवार की ओर से गठबंधन का प्रस्ताव मिला था।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मोहन जोशी ने दोहराया कि चूंकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और अजित पवार गुट एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए कांग्रेस दोनों में से किसी के साथ भी गठबंधन नहीं करेगी। इस बयान के बाद पुणे महानगर पालिका चुनाव (Pune Municipal Election) से पहले सियासी तस्वीर काफी हद तक स्पष्ट हो गई है।