Provocative Statement : महबूबा मुफ्ती का भड़काऊ बयान…
Provocative Statement : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ति महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के लोगों के भड़काने के लिए यह बयान भी दिया है कि लोग जागे और अपने हक की लड़ाई के लिए तैयार हों। इसके पहले भी महबूबा मुफ्ति लगातार भड़काऊ बयानबाजी करती रही है, कभी वे कश्मीर में खून की नदियां बहने की तो कभी कश्मीरियों के तालिबानी बनने की धकमी देती रही है।
समझ में नहीं आता कि केन्द्र सरकार महबूबा मुफ्ती के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं कर रही है। पाकिस्तान परस्त और आतंकवादियों की हिमायत करने वाली महबूबा मुफ्ती लगातार कश्मीरियों को भड़काने का प्रयास कर रही है क्यों कि ३७० खत्म होने के बाद से उनकी राजनीतिक दुकानदारी पर ताला लग गया है।
कश्मीर को अपने बाब की जागीर समझने वाली महबूबा मुफ्ती की हालत उस खिसियानी बिल्ली की तरह हो गई है जो अपनी खींज मिटाने के लिए खम्भा नोंचती है। यदि अभी भी सरकार ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ कार्यवाही नहीं की तो वे इसी तरह अपनी जुबान से जहर उगलती रहेंगी और कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने का उनका मकसद पूरा हो जाएगा। इसके पहले कि पानी सिर से ऊंचा हो सरकार को चाहिए कि महबूबा मुफ्ती के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करें और उन्हे जेल भेजें।
इसी तरह जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारूख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला भी जब तब इस तरह की भड़काऊ (Provocative Statement) बयानबाजी करते रहते है। उनके खिलाफ भी कार्यवाही जरूरी है ताकि कश्मीर में अमन और चैन कायम हों। ३७० हटने के बाद से कश्मीर घाटी से आतंकवादियों का सफाया होने लगा है और पत्थरबाज गैंग तो नेस्तनाबूत हो चुका है।
यह स्थिति इन नेताओं से देखी नहीं जा रही है और वे पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर में हालात बिगाडऩे के लिए इस तरह की भड़काऊ बयानबाजी (Provocative Statement) करते है इसमें महबूबा मुफ्ती सबसे आगे है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जरूरत है।