संपादकीय : वायनाड से राहुल की जगह प्रियंका गांधी

संपादकीय : वायनाड से राहुल की जगह प्रियंका गांधी

Priyanka Gandhi replaces Rahul from Wayanad

Priyanka Gandhi replaces Rahul from Wayanad


Editorial: Priyanka Gandhi replaces Rahul from Wayanad : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बार उत्तरप्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ा था। इस बार वे दोनों ही सीटों पर भाारी बहुमत से चुनाव जीतने में सफल हो गए। पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने उत्तरप्रदेश की अमेठी और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन अमेठी में उन्हें भाजपा के प्रत्याशी स्मृति ईरानी के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था इसीलिए इस बार उन्होंने वायनाड के अलावा रायबरेली सीट से भी चुनाव लड़ा।

रायबरेली से सांसद रहीं सोनिया गांधी ने इस बार स्वास्थगत कारणों से चुनाव नहीं लड़ा और वे राज्यसभा सदस्य बन गईं। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे थे कि रायबरेली और अमेठी से राहुल गांधी व प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi replaces Rahul from Wayanad) मैदान में उतर सकते हैं, किन्तु अपनी पुश्तैनी सीट रायबरेली से राहुल गांधी मैदान में उतरे और अमेठी से प्रियंका गांधी की जगह कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को मैदान में उतारा गया जिन्होंने स्मृति ईरानी को हरा दिया।

अमेठी और रायबरेली के साथ ही वायनाड में भी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जमकर पसीना बहाया। उनकी ही मेहनत का यह सुपरिणाम निकला कि ये तीनों सीटें कांग्रेस के खाते में गई। इसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही थी कि राहुल गांधी रायबरेली और वायनाड में से कौन सी सीट खाली करेंगे और उस सीट से क्या प्रियंका गांधी उपचुनाव लड़ेंगी या नहीं।

इन अटकलों पर आखिरकार विराम लग गया और राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोडऩे की घोषणा कर दी। अब वे रायबरेली से ही संसद में प्रतिनिधित्व करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिाकार्जुन खडग़े पत्रकार वार्ता लेकर इसकी जानकरी दी और यह भी ऐलान कर दिया कि वायनाड से अब प्रियंका गांधी उपचुनाव लड़ेंगी। प्रियंका गांधी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं और पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। उनकी सक्रियता को देखते हुए उनके चुनाव समर में उतरने की पहले भी अटकलें लगा करती थी, किन्तु विभिन्न कारणों के चलते वे चुनाव लडऩे से वंचित रह गई थी, किन्तु इस बार उन्हें पहली बार लोकसभा उपचुनाव लडऩे का मौका मिला है।

वायनाड से उनकी जीत भी लगभग सुनिश्चित है। कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से उन लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हर्ष की लहर दौड़ गई है जो प्रियंका गांधी को संसद में देखना चाहते थे। यह बात अलग है कि प्रियंका गांधी को देर से चुनाव लडऩे का मौका मिला है, लेकिन उनके समर्थक देर आयद दुरूस्त आयद मान कर इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। इसके साथ ही अब यह मांग भी उठ रही है कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi replaces Rahul from Wayanad) को कांग्रेस पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर पार्टी की कमान उनके हाथों में सौंपी जाए।

प्रिंयका गांधी पार्टी महासचिव होने के नाते पहले ही अपनी संगठनिक नेतृत्व का परिचय दे दिया है। पूर्व में विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी की विस्तार प्रचारक के रूप में अग्रणी भूमिका निभाई थी। इस बार भी उन्होंने उत्तरप्रदेश में रायबरेली व अमेठी सीट पर जो कड़ी मेहनत की थी और चुनावी रणनीति बनाई थी उसी की वजह से यह दोनों सीटें ही नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश की छह सीटों पर कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल की है।

ऐसी स्थिति में प्रियंका गांधी निश्चित रूप से पुरस्कार की हकदार हैं। अब वे वायनाड से अगर चुनाव जीतने में सफल हो जाती हैं तो लोकसभा में वे मुखर सांसद के रूप में अपनी छाप छोडऩे में सफल हो सकती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *