President Nomination : कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन…? खरगे के समर्थन में G23…कई मोड़
नई दिल्ली/नवप्रदेश। President Nomination : कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन का आज अंतिम दिन है। दोपहर तीन बजे तक नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं। इससे पहले चुनावी तस्वीर भी लगभग साफ हाे गई है। अब सीधा मुकाबला पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खरगे के बीच है। दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसका एलान उन्होंने खुद किया है।
खरगे के समर्थन में आया G23
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिाकार्जुन खरगे के समर्थन में धीरे-धीरे कई बड़े नेता आते जा रहे हैं। अब वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी और आनंद शर्मा ने भी उनका समर्थन किया है। दोनों कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे हैं। उधर, नामांकन से पहले सचिन पायलट को भी कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग उठी है। कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे पायलट समर्थक इस बात की मांग कर रहे हैं।
नामांकन दाखिल करने पहुंचे खरगे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे भी नामांकन दाखिल करने पहुंचे हैं। उनके साथ पार्टी नेता दिग्विजय सिंह और अशोक गहलोत भी मौजूद हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने भी पर्चा भरा है। उन्होंने कहा, वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निर्णय का सम्मान करेंगे।
पायलट समर्थक पहुंचे कांग्रेस मुख्यालय
कांग्रेस का अध्यक्ष सचिन पायलट को बनाने की मांग उठी है। पायलट समर्थक दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंचे हैं। समर्थकों का कहना है कि पायलट को जमीनी स्तर की समस्याओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में पता है। एक पायलट समर्थक का कहना है कि हम मांग करते हैं कि ऐसे नेता को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए होने वाल चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान पार्टी मुख्यालय पर थरूर समर्थक ‘मेरा गुरूर शशि थरूर’ के नारे लगाते नजर आए।
खरगे के प्रस्तावक बनेंगे अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मल्लिकार्जुन खरगे (President Nomination) का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, अध्यक्ष पद के लिए मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा। खरगे अनुभवी नेता हैं, हम सभी एकजुट हैं। उनका चुनाव लड़ने का फैसला सही है। गहलोत ने कहा, खरगे साहब के बारे में जो निर्णय हुआ वह सभी सीनीयर नेताओं से चर्चा के बाद हुआ है। वहीं, सोनिया गांधी के सामने इस्तीफे की पेशकश के सवाल पर गहलोत ने कहा, मेरे पास इंदिरा गांधी के समय से पद रहा है। मुझे पिछले 50 सालों में बहुत मान और सम्मान मिला है। मेरे लिए पद जरूरी नहीं है। कांग्रेस कैसे मजबूत हो, इसके लिए मैं जान लगाना चाहता हूं।