Power Cut Action : लाइन की ढीली पकड़ पर बड़ी कार्रवाई: मेंटेनेंस में चूक पर इंजीनियरों पर गिरी गाज, फील्ड से हटाए गए

Power Cut Action
Power Cut Action : बिजली की सुस्त चाल अब अफसरों पर भारी पड़ने लगी है। बलौदाबाजार जिले में जमीनी हकीकत परखने पहुंचे विद्युत वितरण विभाग के प्रबंध संचालक ने जब फील्ड में लापरवाही देखी, तो दो इंजीनियरों को तुरंत सस्पेंड करने का आदेश दिया। यह निर्णय बिजली व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक सख्त संकेत माना जा रहा है।
जांच के दौरान सामने आया कि लवन गांव में पुरानी बिजली लाइन की मरम्मत में भारी चूक हो रही थी। वहीं, मड़वा गांव में लो-हैंगिंग केबल(Power Cut Action) ग्रामीणों के लिए खतरा बन चुकी थी, लेकिन जिम्मेदारों ने अनदेखी की। इस पर सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को तुरंत लाइन से हटाकर दूसरी जगह अटैच किया गया।
क्या है इस कार्रवाई का असर?
इस सख्ती का असर निचले स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों में भी देखा जा रहा है। अब बिजली मेंटेनेंस को लेकर जवाबदेही तय होने लगी है। खराब ट्रांसफॉर्मर(Power Cut Action) की समय पर मरम्मत, स्टॉक समन्वय और लाइन लॉस की मॉनिटरिंग जैसे कई पहलू अब सीधे मापे जा रहे हैं।
बिजली उपभोक्ताओं को क्या मिलेगा फायदा?
इस कार्रवाई से उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति, कम फॉल्ट, और समय पर सुधार जैसी सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। विभागीय सख्ती(Power Cut Action) का असर अब सिस्टम पर साफ दिखने लगा है।