Political Turmoil : महाराष्ट्र में अजान और हनुमान चालिसा के विवाद को लेकर पैदा हुआ विवाद अब सियासी घमासान के रूप में तब्दील हो गया है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाअघाड़ी सरकार के खिलाफ अभी तक भाजपा ने मोर्चा खोला हुआ था। अब महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने भी हल्ला बोल दिया है। अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनित राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने भी शिवसेना के खिलाफ जंग का ऐलान कर के महाराष्ट्र की राजनीति में तुफान खड़ा कर दिया है।
सांसद नवनीत राणा (Political Turmoil) और उनके विधायक पति रवि राणा को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उनकी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए जब भाजपा सांसद किरट सोमनिया उनसे मिलने थाने गए थे तो इस दौरान उनके वाहन पर भी हमला हो गया। किरट सोमनिया ने आरोप लगाया है कि शिवसैनिकों ने उनके वाहन पर पत्थराव किया जिसकी वजह से वे घायल हो गए है।
किरट सैम्या ने तो शिवसैनिकों पर यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उनको जान से मारने की कोशिश की है। किरट सैम्यया की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामूली धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस पर तिखि प्रतिक्रिया महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने महाराष्ट्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने प्रदर्शन भी किया इधर शिवसैनिकों ने गिरफ्तार हुए नवनीत राणा व रवि राणा के घर के सामने आतिश बाजी कर जश्न मनाया।
शिवसेना के बड़बोले प्रवक्ता संजय राउत ने एक बार फिर इस मामले को लेकर विवादास्पद बयान दिया और निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को धमकी दी है कि यदि किसी ने मातोश्री के तरफ देखने की जूरूरत की तो शिवसैनिक उसे 20 फीट जमीन के अंदर गाढ़ देगे। कुल मिलकार महाराष्ट्र में राजनीति घमासान थमने की जगह और तेज होता जा रहा है। इसके लिए शिवसेना भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही है और यह आरोप लगा रही है कि भाजपा महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहती है।
जबकि की अभी तक अजान और हनुमान चालिसा के विवाद में भाजपा की कोई प्रत्यक्ष भागीदारी नजर नहीं आई है। इस विवाद को पहले महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने खड़ा किया और बाद में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने इसे आगे बढ़ाया है। इसके बावजूद शिवेसना भाजपा पर आरोप लगा रही है। दरअसल राज ठाकरे ने जब अजान के खिलाफ हनुमान चालिसा का पाठ करने का आह्वान किया तो शिवसेना को खतरे की घंटी सुनाई दी।
उसे अपने हाथों से हिन्दुत्व (Political Turmoil) का एजेंडा फिसलते नजर आया। यही वजह है कि शिवसेना ने अब भाजपा के सिर पर ठिकरा फोडऩा शुरू कर दिया है। महाअघाड़ी गठबंधन में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमों शरद पवार जिस तरह पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर आए है उसे देखते हुए महाअघाड़ी सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के विधायक भी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार की हालत उस कागज की नांव की तरह हो गई है जिसका दूर तक और देर तक चल पाना मुश्किल होता है।