PM Modi : भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी पार्टी के सांसदों को नसीहत दी है कि वे संसद में पूरे समय उपस्थित रहे अन्यथा परिवर्तन तो होना है। पीएम मोदी की इस नसीहत से स्पष्ट है कि भाजपा के कई सांसद भी संसद की बैठकों को गंभीरता से नहीं ले रहे है। यही वजह है कि पीएम मोदी को यह तल्ख टिप्पणी करनी पड़ी है।
दरअसल संसद की बैठकों में भाजपा ही नहीं बल्कि अन्य दलों के सांसद भी उतनी दिलचस्पी नहीं लेते। खासतौर पर उस समय जब संसद में सिर्फ हंगामा ही होता है तो कई माननीय ऐसे अवसर पर नदारद रहते है। संसद के शीतकालीन सत्र में भी अब तक काम कम हुआ है और हंगामा ज्यादा हो रहा है। विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है और राज्यसभा के निलंबित सभी 12 सांसद संसद परिसर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे है।
उनके इस प्रदर्शन का समर्थन करने विपक्षी सांसद (PM Modi) भी वहां पहुंच रहे है, नतीजतन राज्यसभा में लगातार कार्यवाही बाधित हो रही है। लोकसभा में जरूर काम काज हो रहा है लेकिन वहां भी अधिकांश समय हंगामों की भेंट चढ़ रहा है। संसद के शीकालीन सत्र को पीएम मोदी ने महत्वपूर्ण बताया था और सभी सांसदों से इस सत्र में योगदान देने की अपील की थी। कई महत्वपूर्ण विधेयक इस सत्र में आने है लेकिन जिस तरह संसद के दोनों सदनों में हंगामा चल रहा है उसे देखते हुए इन विधेयकों इस सत्र में पारित हो पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
बहरहाल पीएम मोदी (PM Modi) कीे नसीहत के बाद कम से कम भाजपा के सांसद तो संसद में पूरे समय उपस्थित रहेंगे ऐसी उम्मीद की जानी चाहिए। अन्य राजनीतिक दलों को भी चाहिए कि ये भी अपने सांसदों के लिए इसी तरह की नसीहत जारी करें ताकि संसद में सभी सांसद उपस्थित हो और जनहित से जुड़े मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष के बीच सार्थक चर्चा हो।