PM Awas Yojana Corruption : PM आवास के लिए मांगे पैसे…बर्खास्त हुआ रोजगार सहायक…पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार पर पहली बड़ी गाज…

बलौदाबाजार, 28 जून। PM Awas Yojana Corruption : प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी गरीब हितैषी योजना में रिश्वतखोरी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला बलौदाबाजार में ऐसा ही एक बड़ा उदाहरण सामने आया है, जहां ग्राम पंचायत बिलारी (क) में पदस्थ रोजगार सहायक गौरीशंकर पैकरा को हितग्राहियों से पैसे मांगने और अभद्र व्यवहार के आरोप में संविदा से तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है।
क्या है मामला?
गौरीशंकर पैकरा पर आरोप था कि वह प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाभ लेने आए हितग्राहियों से जियो टैगिंग और मस्टर रोल प्रस्तुत करने के नाम पर अवैध रूप से राशि वसूल रहा था। साथ ही उसके व्यवहार को लेकर कई शिकायतें पंचायत स्तर पर लंबित थीं।
कैसे हुआ खुलासा?
शिकायत मिलने पर जनपद पंचायत कसडोल के CEO ने जांच के आदेश (PM Awas Yojana Corruption)दिए।
जांच में शिकायतें सत्य पाई गईं।
इसके बाद जिला पंचायत CEO के अनुमोदन के बाद, सेवा से तत्काल पृथक करने का आदेश जारी (PM Awas Yojana Corruption)किया गया।
सिस्टम में सफाई की शुरुआत?
इस कार्यवाही को पंचायत स्तर पर कठोर अनुशासनात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। जिला प्रशासन का यह रुख साफ संकेत दे रहा है कि प्रधानमंत्री योजनाओं में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया (PM Awas Yojana Corruption)जाएगा।