Plastic Health Risks : आपके घर की पॉलीथिन…आपकी सांसों की दुश्मन…! कैंसर, बांझपन और बच्चों की ग्रोथ तक रोक सकती है ये ‘सुविधा’ की थैली…

रायपुर/नई दिल्ली, 2 जुलाई| Plastic Health Risks : क्या आपने कभी सोचा है कि जिस पॉलीथिन बैग को आप रोज़मर्रा की छोटी ज़रूरतों के लिए इस्तेमाल करते हैं, वह आपके और आपके बच्चों के शरीर में धीरे-धीरे बीमारियों का ज़हर घोल रहा है?
डॉक्टरों और पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें, तो पॉलीथिन में मौजूद टॉक्सिक केमिकल्स न सिर्फ हमारी खाद्य सुरक्षा को प्रभावित करते हैं बल्कि कैंसर, प्रजनन समस्या, हार्मोनल डिसबैलेंस, और यहां तक कि बच्चों के मानसिक विकास में भी रुकावट डाल सकते हैं।
कौन-कौन सी बीमारियों की वजह बन रही है पॉलीथिन?
कैंसर का खतरा:
पॉलीथिन में पाए जाने वाले केमिकल्स — जैसे BPA और फ्थेलेट्स — शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ावा दे सकते हैं, खासकर ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर (Plastic Health Risks)में।
फर्टिलिटी पर वार:
शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर बुरा असर डालने के साथ-साथ यह महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम को भी डिस्टर्ब कर सकता है।
बच्चों की ग्रोथ को ब्रेक:
प्लास्टिक में मौजूद BPA बच्चों के ब्रेन डेवलपमेंट और हार्मोन सिस्टम पर असर डालता है, जिससे उनकी ग्रोथ रुक सकती (Plastic Health Risks)है।
फेफड़ों पर जहरीला हमला:
जब पॉलीथिन जलती है, तो उससे निकला धुआं केमिकल न्यूमोनिया, अस्थमा और क्रॉनिक फेफड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है।
सिर्फ शरीर ही नहीं, धरती भी भुगत रही है सजा
पॉलीथिन नालियां जाम करता है, जिससे पानी रुकता है और मच्छर प्रजनन तेज होता है — जो डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे रोग फैला सकता (Plastic Health Risks)है।
यह सदियों तक मिट्टी में नहीं घुलता, जिससे ज़मीन की उर्वरता भी घटती है।
अब नहीं तो कब?
सरकार भले ही पॉलीथिन पर बैन लगा चुकी हो, लेकिन बाजारों में आज भी खुलेआम इसका इस्तेमाल हो रहा है। इस चुप्पी को तोड़ना अब आपकी जिम्मेदारी है।
क्या करें?
कपड़े, जूट या पेपर बैग्स का इस्तेमाल करें
बच्चों को पॉलीथिन से दूर रखें
गर्म खाना प्लास्टिक में स्टोर करने से बचें
जागरूकता फैलाएं: एक शेयर, कई जानें बचा सकता है