Panchayat Secretary Suspension : पंचायत योजनाओं की समीक्षा में लापरवाही उजागर…सचिव निलंबित और नोटिस जारी…

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Panchayat Secretary Suspension : जिले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान गंभीर लापरवाही सामने आने पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। ग्राम पंचायत सचिव श्रीपाल भगत को तत्काल निलंबित कर दिया गया, जबकि बिना सूचना अनुपस्थित पाँच अन्य सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
योजनाओं की प्रगति पर सख्त समीक्षा
जनपद बैकुंठपुर सभागार में हुई बैठक में सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने ग्राम पंचायतवार योजनाओं की प्रगति का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी सचिव समयसीमा का पालन करें और योजना क्रियान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करें।
किन योजनाओं की हुई समीक्षा?
बैठक में विशेष रूप से निम्न योजनाओं की समीक्षा की गई—
मनरेगा के अंतर्गत मोर गांव मोर पानी महाभियान, एक पेड़ मां के नाम रोपण, लेबर बजट निर्माण और मानव दिवस सृजन।
प्रधानमंत्री आवास योजना पर विशेष नाराजगी जताई गई और हितग्राहियों को 90 दिन का अकुशल रोजगार, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और वृक्षारोपण सुनिश्चित करने के निर्देश(Panchayat Secretary Suspension) दिए गए।
महतारी सदन, मुख्यमंत्री समग्र विकास, अटल डिजिटल सुविधा केंद्र, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान, 15वें वित्त आयोग से जुड़े कार्य, जन्म-मृत्यु पंजीयन और नामांतरण जैसे बिंदुओं की भी समीक्षा की गई।
जवाबदेही और पारदर्शिता पर जोर
सीईओ ने स्पष्ट किया कि सभी योजनाओं के 16 पंजियों का अपडेट अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों में देरी या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विभाग का सख्त संदेश
इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि पंचायत कार्यों की निगरानी अब और सख्ती(Panchayat Secretary Suspension) से होगी। प्रशासन का मानना है कि इससे ग्रामीण योजनाओं की गुणवत्ता और जवाबदेही बढ़ेगी, साथ ही योजनाओं के लाभार्थियों को समय पर सेवाएँ मिल सकेंगी।