पहली फुहार से मुलमुला की सड़क बनी डबरी
नवप्रदेश संवाददाता
पामगढ़। यह कोई डबरी या तालाब की तस्वीर नहीं है। बल्कि मुलमुला गांव के सड़क की तस्वीर है। यहां के ग्रामीण बरसात आते ही नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो जाते है। निकासी की व्यवस्था नहीं होने से बरसाती पानी सड़क में जाम हो जाता है। इसके अलावा नाली का निर्माण नहीं होने से दूषित पानी घरों में घुसना लगता है।
पहली ही बरसात में ग्रामीण अंचल में व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। एक तरफ जहां सरकारी लाखो-करोड़ो रुपए खर्च कर सड़क व नाली का निर्माण कर रही है। वहीं इसके जिम्मेदार इसे बंदरबाट करने में लगे हुए है। मुलमुला के गली में अब तक सड़क व नाली का निर्माण नहीं हो सका है। जिसके कारण बरसात आते ही लोग नरकीय जीवन जीने मजबूर हो जाते है। अभी पिछले दिनों बारिश हुई जिसमें मुलमुला गांव के गली में बारिश का पानी सड़क पर भर गया है। पानी निकासी का व्यवस्था नहीं होने से यह पानी सड़क पर ही जाम हो गया है। जिससे आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास स्कूल व स्वास्थ्य केन्द्र भी है। यहां बच्चे इस गंदगी युक्त पानी को पार कर स्कूल जाने मजबूर है। ऐसा ही पानी हर साल बरसात आते ही भर जाता है। बावजूद जिम्मेदार सरपंच इस इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। निकासी का व्यवस्था नहीं होने से बरसाती पानी बहुत दिनों तक जाम रहता है। जिसके कारण संक्रमण बीमारी फैलने का खतरा ग्रामीणों को हमेशा रहता है।
एक ही बारिस में तालाब में तब्दील हुई नाली
पामगढ़। पिछले दिनों नाली नहीं बनने की शिकायत की गई थी जिसके बाद काम चलाऊ नाली बनाई गई जो पहली ही बरसात में फिर से जाम हो गई है और उसी स्थान पर फि र से पानी का जमाव शुरू होने लगा है जो कि ग्राम मूलमुला के बस्ती जाने का मुख्य मार्ग है। जिससे लोगों को आवाजाही करने में बड़ी दिक्कत परेशानी का सामना करना पड़ता है । इसी मार्ग से बच्चे स्कूल के लिए आवागमन करते हैं वह आस-पास के मोहल्ले में इस पानी की भारी मात्रा में जमाव के वजह से बीमारी और महामारी फैलने का खतरा और अधिक बढ़ गया है। इतना ही नहीं यह सिर्फ एक मोहल्ले की बात नहीं ग्राम मूलमुला के सभी मोहल्ले का यही हाल है पिछले वर्षों से ना तो कोई नाली बनी है और ना ही पानी निकासी के लिए कोई इंतजाम किया गया है जो आज बहुत बड़ी समस्या बन के उभर रही है और यह इसी समय की बात नहीं है या पिछले कई वर्षोंं से हो रहा है जिसमें शासन ने कभी ध्यान ही नहीं दिया।
सरपंच को नहीं कोई मतलब
गांव के विकास समस्या का समाधान करना सरपंच का होता है। लेकिन गांव के सरपंच को इस समस्या से कोई लेना देना नहीं है। गांव में सड़क में पानी भरना हर साल की समस्या है। बावजूद जिम्मेदार सरपंच अब तक न तो नाली व सड़क का निर्माण नहीं करवा सका है।
घर में घुसने लगा पानी
नाली का निर्माण नहीं होने से बरसाती पानी सड़क पर जाम हो गया है। जिससे दूषित पानी घरों में घुसना लगा है। ग्रामीणों की परेशानी बरसात आते ही बढ़ जाता है। पानी घरों में घुसने से उसे बाल्टी या अन्य साधन से बाहर निकालना पड़ता है।