संपादकीय: पाकिस्तान का आतंकी चेहरा फिर बेनकाब

Pakistan's terrorist face
Pakistan’s terrorist face: ऐसा लगता है कि आपरेशन सिंदूर से पड़ौसी देश पाकिस्तान ने कोई सबक नहीं लिया है। एक ओर तो वह भारत के साथ बार-बार बातचीत की पेशकश कर रहा है वहीं दूसरी ओर भारत को उकसाने वाली हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने संघर्ष विराम के बाद दो बार भारत के साथ बातचीत की पेशकाश की है। जिस पर भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है क्योंकि भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का रास्ता नहीं छोड़ेगा तब तक उसके साथ कोई बातचीत नहीं होगी।
इसके बावजूद पाकिस्तान का जो प्रतिनिधि मंडल अमेरिका गया हुआ है उसका नेतृत्व करने वाले बिलावल भुट्टो ने भी भारत के साथ बातचीत की गुहार लगाई है। पाकिस्तान की इस पेशकश के पीछे उसकी गहरी साजिश नजर आ रही है। क्योंकि वह आतंकवाद की आग को हवा देने का लगातार प्रयास कर रहा है और अब तो उसने खुद ही अपने आतंकी चेहरे को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब कर लिया है। आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के जो आतंकी अड्डे तबाह हुए थे। उसमें भले ही सौ से ज्यादा आतंकी मारे गये लेकिन प्रमुख आतंकवादी इस हमले से बच गये ेहैं जो अब अपनी बिलों से बाहर निकलकर भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं।
लश्कर-ए-तैय्यबा ने हाल ही में पाकिस्तानी सेना की कड़ी सुरक्षा के बीच आतंकवादियों का एक सम्मेलन आयोजित किया जिसमें कुख्यात आतंकवादी अमीर हजदा और सैफुल्लाह ने खुलेआम गजवा-ए-हिन्द के लिए जेहाद का अहव्हान किया। यही नहीं बल्कि इन आतंकवादियों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर भी आपत्तिजनक बाते कहीं और भारत को गीदड़भभकी दी। इन आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना के चीफ असीम मुनीर की शान में कसीदे पढ़ें। इन आतंकवादियों का सम्मेलन सारी दुनिया ने खबरिया चैनलों के माध्यम से देखा है। इसके बाद से अब इस बात में कोई संदेह नहीं रहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पाल पोश रहा है और पाकिस्तानी सेना के संरक्षण और सहयोग से ही ये आतंकवादी संगठन भारत के खिलाफ साजिश रचते रहे हैं। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमांइड सैफुल्लाह स्पष्ट कह रहा है कि उसे आर्मी चीफ असीम मुनीर का वरद हस्त प्राप्त है।
ऐसे में यह संदेह भी पुष्ट होता है कि भले ही पहलगाम का आतंकी हमला सैफुल्लाह की साजिश रही हो लेकिन इसका षडयंत्र असीम मुनीर ने ही रचा हो। कुल मिलाकर पाकिस्तान में आतंकवादी अब सम्मेलन करने लगे हैं। और भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी कर भारत को एक और सैन्य कार्यवाही के लिए उकसा रहे हैं। गौरतलब है कि भारत ने भले ही संघर्ष विराम के लिए अपनी सहमति दे दी है। लेकिन साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि आपरेशन सिंदूर फिल्हाल स्थगित हुआ है खत्म नहीं हुआ है।
यदि पाकिस्तान ने फिर किसी आतंकी घटना को अंजाम दिया तो भारत इसे युद्ध मानेगा और पाकिस्तान को वैसा ही जवाब देगा। भारत की इस चेतावनी को भी पाकिस्तान ने एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल दिया है। तभी तो वहां के आतंकवादी सम्मेलन करके भारत को अंजाम भुगतने की धमकी देने का दु:साहस कर रहे हैं। ऐसे में यदि अब भारत में कहीं भी कोई आतंकी घटना होती है तो जाहिर है भारत पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर पार्ट२ करने पर बाध्य हो जाएगा और इस बार तो भारत की सैन्य कार्यवाही इतनी बड़ी होगी की पाकिस्तान के इन आतंकवादियों का भी खात्मा हो जाएगा।
भारत ने पाकिस्तान के नापाक इरादों को भांपकर आपरेशन सिंदूर पार्ट२ को अंजाम देने की तैयारी पहले ही कर रखी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कह दिया है कि भारतीय सेना पाकिस्तान की और वहां के आतंकवादियों की गतिविधियों पर सतत निगाह रखे और आवश्यकता पडऩे पर किसी भी तरह की सैन्य कार्यवाही करने से न चूके। यही नहीं बल्कि अब तो भारतीय नौसेना ने अरब सागर में सैन्य अभ्यास भी शुरू कर दिया है। क्योंकि भारत को यह बात भलिभांति पता है कि पाकिस्तान अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आने वाला है।
वह कभी भी भारत के खिलाफ किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे सकता है। जिसे नाकाम करने के लिए भारतीय सेना और सुरक्षाबल मुस्तैद हैं लेकिन फिर भी यदि पाकिस्तान ऐसी कोई हिमाकत करता है तो भारत एक बार फिर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। अब की बार तो संघर्ष विराम भी नहीं होगा और पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि उसका अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। बेहतर होगा कि पाकिस्तान अपने नापाक मनसूबों से तौबा
कर ले।