संपादकीय: पाक का अमानवीय चेहरा उजागर

Pakistan's inhuman face exposed
Pakistan’s inhuman face exposed: पड़ौसी देश पाकिस्तान का अमानवीय चेहरा उस समय उजागर हो गया जब उसने वीजा लेकर भारत आये पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी का दरवाजा बंद कर दिया पाकिस्तान ने बाघा बॉर्डर बंद कर अपने ही देश के लोगों को पाकिस्तान में प्रवेश करने से रोक दिया। बाघा बॉर्डर पर हजारों की संख्या में पाकिस्तानी नागरिक बॉर्डर खुलने का इंतजार करते हुए सड़क पर ही बैठे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने एक आदेश जारी कर वीजा लेकर भारत आये पाकिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तान भेजना शुरू कर दिया था। किन्तु पाकिस्तान ने दो दिनों तक बाघा बॉर्डर को बंद कर दिया।
अभी भी बॉर्डर पर हजारों पाकिस्तानी नागरिक जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और माशूम बच्चे शामिल हैं वे सड़क पर ही रतजगा कर बॉर्डर खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए भारत पाकिस्तान पर दबाव भी बना रहा है लेकिन पाकिस्तान अपने ही लोगों के लिए बॉर्डर खोलने के लिए तैयार नहीं है।
पाकिस्तान इसके पहले भी इसी तरह की अमानवीयता दिखा चुका है। जब कारगिल जंग के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था तो उस समय भी पाकिस्तान की सरकार ने अपने ही सैनिकों का शव लेने से इंकार कर दिया था। उस समय भारतीय सेना ने ही पाकिस्तानी सैनिकों की अंतिम क्रिया की थी।
पाकिस्तान जिन आतंकवादियों को प्रशिक्षण देता है और भारत में उनकी घुसपैठ कराने की कोशिश करता है वे भी भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के साथ होने वाली मुठभेंड में मारे जाते हैं तो पाकिस्तान उन्हें भी पहचानने से इंकार कर देता है। जो पाकिस्तान अपने ही सैनिकों का शव लेने से इंकार करता है वह यदि अपने नागरिकों को वापस लेने में हील हवाला कर रहा है तो इसमें हैरत वाली कोई बात नहीं है।