संपादकीय: एससीओ की बैठक में पाकिस्तान को लताड़

Pakistan reprimanded in SCO meeting
Editorial: एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्यवाही से भी पाकिस्तान ने कोई सबक नहीं सिखा है और अभी भी आतंकवादयिों को प्रशिक्षित कर रहा है ताकि फिर वह भारत में किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे सके। किन्तु भारत उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
भारतीय विदेश मंत्री की चेतावनी के बाद एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान युद्धविराम का पालन करने के लिए तैयार है। हम भारत के साथ शांतिपूर्ण माहौल में दोस्ताना ताल्लुकात कायम करना चाहते हैं और इसके लिए भारत के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कई बार भारत के साथ द्विपक्षी वार्ता की पेशकश की है लेकिन भारत ही बातचीत के लिए राजी नहीं हो रहा है।
पाकिस्तान को यह बात समझनी चाहिए कि भारत ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का रास्ता नहीं छोड़ेगा तब तक उसके साथ किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस बारे में यह बात साफ कर दी थी कि गोली और बोली एक साथ नहीं चल सकती। इसके बावजूद पाकिस्तानी हुक्मरान जब तब भारत के साथ बातचीत की अपील दोहराते रहते हैं।
हकीकतन पाकिस्तान खुद ही भारत के साथ न तो बातचीत का इच्छुक है और न ही वह भारत के साथ मैत्रिपूर्ण संबंध बनाना चाहता है। यदि वह इस मामले में गंभीर होता तो आतंकवाद की आग को हवा देने से बाज आ जाता। आपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान में जो तबाही मचाई है उसके बाद भी पाकिस्तान के हुक्मरानों और पाकिस्तानी सेना की अक्ल ठिकाने नहीं आई है। भारत ने उसके जिन आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था उसे फिर से आबाद किया जा रहा है पाकिस्तान की सेना आतंकी संगठनों का खुलकर साथ दे रही है। यही वजह है कि वहां के आतंकवादी भारत को धमकी देने लगे हैं। पीओके में भी आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर लगने लगे हैं। ऐसे में पाकिस्तान भारत के साथ किस मुंह से बातचीत की पेशकश कर रहा है?