paddy: धान खरीदी : विपक्षी भाजपा को CM भूपेश का जवाब- डॉ. रमन किसानी के बारे में हमसे..
-paddy: हालात ऐसे कि चाह कर भी नहीं ले पाए फैसला
– भाजपा किसानों के नाम पर कर रही है सियासत
-जूट मिल बंद, हमें वक्त पर नहीं मिला बारदाना
नव प्रदेश संवादाता
रायपुर। paddy: सरकार पर किसानों का धान खरीदने के लिए तय 1 दिसंबर की तारीख पर विपक्षी दलों का लगातार हमलावर बनने को लेकर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी तीखे शब्दों में पलटवार किया है।
सीएम ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि किसानों की चिंता उन्हें नहीं है. वे महज किसान और धान खरीदी के मुद्दे में राजनीति कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह पर सीधा हमला करते हुए सीएम श्री बघेल ने चुनौती भरे अंदाज में कहा किसानी के बारे में हमसे ज्यादा नहीं जानते रमन सिंह।
धान खरीदी (paddy) के लिए 1 दिसंबर की तारीख मुकर्रर करने की वजह ऐसे हालात हैं जिसकी वजह से खरीदी चाहकर भी हमें बाद में करनी पड़ी। राज्य सरकार चाहती थी 1 दिसंबर से पहले किसानों का धान खरीदा जाए, लेकिन कोरोना की वजह से बंद जूट मिलों में उत्पाद ठप था, केंद्र सरकार से हमने जितना बारदाना मांगा था उससे नाममात्र ही हमें भेजा गया है।
ऐसे में 48 हजार बारदाने में किस तरह धान खरीदी संभव होती। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वीकारा कि बारदाने की कमी की वजह से राज्य सरकार ने 1 दिसंबर से धान की खरीदी का फैसला लिया है।
उन्हों ने यह भी स्वीकारा कि धान की खरीदी पहले हो जानी चाहिये, लेकिन अलग बारदाना ही नहीं होगा, जूट मिल से सप्लाई ही नहीं होगी, तो कैसे हम खरीदी कर लेंगे। सीएम बोले हमें जूट मिल से अगर 1 लाख गठान की सप्लाई हो गयी होती तो हम धान खरीदी कर लेते।
अगर धान खरीदी (paddy) हम कर भी लेते तो उसे रखते कहां? अभी हमारे पास जो पीडीएस का बारदाना है, मध्याह्न भोजन के आनाज का बारदाना है। किसानों और राईस मिलर्स के पास जो बारदाना है, उसके मुताबिक खरीदी कर रहे हैं, लेकिन भाजपा इसमें राजनीति कर रही है, किसानी के बार में रमन सिंह मुझसे ज्यादा नहीं जान सकते।
लगातार बीजेपी कर रही है लामबंदी
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी (paddy) की तारीख 1 दिसंबर से करने पर भाजपा ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वो सरकार के निर्णय को गलत बताते हुए सड़कों पर लामबंद होने की तैयारी भी कर रही है। दो दिन पहले कुछ किसानों ने भी एनएच को जाम कर दिया था।
मजे की बात यह कि मरवाही उपचुनाव में भी किसानों की कटी फसल और उसे रखने की समस्या के साथ ही दिवाली के बाद धान खरीदी करने पर भाजपा ने सरकार को घेरने की कोशिश की है।
मांगे साढ़े 3 लाख, मिले 48 हजार बारदाने
मुख्यमंत्री ने मीडिया को बयान में बताया कि भारत सरकार से राज्य सरकार ने साढ़े 3 लाख बारदाने (paddy) की जरुरत बताई थी। मांगा गया था साढ़े 3 लाख बारदाना, जबिक केंद्र से राज्य सरकार को फिलहाल 1 लाख 43 हजार बारदाना दिए जाने का आश्वासन दिया गया।
अब तक केंद्र से महज 48 हजार बारदाना ही आपूर्ति की गई है। श्री बघेल का कहना है कि एक साथ बारदाना मिलने के साथ ही खरीदी शुरु की जाएगी। उन्हों ने बताया है कि पंजाब जैसे राज्य को अब तक बारदाना ही नहीं भेजा गया है।