Paddy Procurement Scam : धान पर 11 हजार करोड़ की हानि की जांच हो: नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का राज्यपाल को पत्र
Paddy Procurement 2025
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल रमेन डेका को पत्र लिखकर धान उपार्जन में हुए 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
महंत ने पत्र में लिखा है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी राज्य सरकार की सबसे बड़ी योजना है, जिसके तहत हर वर्ष 25 लाख से अधिक किसानों से धान खरीदा जाता है। लेकिन दिसंबर 2023 से विष्णुदेव साय सरकार (Paddy Procurement Scam) के गठन के बाद खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 और 2024-25 में 294 लाख टन धान की खरीदी के दौरान कुप्रबंधन, रखरखाव में लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते राज्य को भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ी है।
11,286 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति का आरोप
महंत ने आरोप लगाया कि धान खरीदी केंद्रों और संग्रहण स्थलों पर 11,286 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति दर्ज की गई है। केवल वर्ष 2024-25 में ही 6.85 लाख क्विंटल धान (Paddy Procurement Scam) खराब हो गया, जिससे राज्य को 274 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि केंद्रीय पूल में अतिशेष चावल नहीं लिए जाने के कारण राज्य को 2.2 करोड़ क्विंटल धान को लागत से कम मूल्य पर बेचना पड़ा, जिससे 4,400 करोड़ रुपये की हानि हुई।
5,400 करोड़ का अतिरिक्त वित्तीय भार
महंत ने यह भी कहा कि इन सभी गड़बड़ियों के कारण राज्य सरकार को ब्याज और रखरखाव मद में 5,400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आर्थिक भार उठाना पड़ा है। उन्होंने इसे किसानों और प्रदेश की अर्थव्यवस्था के साथ सीधा अन्याय (Paddy Procurement Scam) बताया। महंत ने राज्यपाल से मांग की है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और व्यापक जांच कराई जाए, ताकि जिम्मेदार अधिकारियों और संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि इस जांच का उद्देश्य केवल दोषियों को सजा देना नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में ऐसी गड़बड़ियां दोबारा न हों।
