ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवादी मसूद अजहर बोला- परिवार खत्म हो गया… इस हमले में मै मर जाता तो बेहतर होता

operation sindoor azhar masood
-भारतीय सेना ने देर रात 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया
-पंजाब के बहावलपुर पर हमला भी शामिल था, जो जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है।
नई दिल्ली। operation sindoor Terrorist Masood Azhar: भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान पर हमला किया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय को भी निशाना बनाया गया। जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का परिवार यहां था। इस हमले में मसूद के परिवार के दस सदस्य और उसके चार करीबी सहयोगी मारे गए। मसूद अजहर ने इस घटना की पुष्टि की है।
इस हमले के बाद मसूद अजहर ने कहा था कि भारतीय हमले में मेरे परिवार के 10 सदस्य और 4 करीबी सहयोगी मारे गए। उन्होंने कहा कि अगर मैं इस हमले में मर जाता तो बेहतर होता। मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन, मौलाना कश्फ साहब का पूरा परिवार, शहीद और मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते, बाजी सादिया के पति और उनकी बड़ी बेटी के 4 बेटे घायल हुए हैं। जैश-ए-मोहम्मद संगठन ने बताया कि इस हमले में महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं।
भारतीय सेना ने देर रात 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसमें पंजाब के बहावलपुर पर हमला भी शामिल था, जो जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है। पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर (operation sindoor azhar masood) शुरू किया। पहलगाम हमले में 26 पर्यटक मारे गये। इसमें कई महिलाएं विधवा हो गईं। धर्म के आधार पर हत्या का आरोप लगाया गया था। इन आतंकवादियों को उनकी ही भाषा में जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि आतंकवादियों को ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया और आतंकवादियों को निशाना बनाया गया।
मसूद अज़हर कौन है?
मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख और सर्वाधिक वांछित आतंकवादी है। मसूद भारत के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में से एक है। मसूद अज़हर को 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान के अपहरण के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे बंधकों की रिहाई के बदले में रिहा कर दिया गया था। इसके बाद वह पाकिस्तान में छिपकर भारत में कई आतंकवादी हमलों की साजिश रच रहा था। 2001 में मसूद अजहर के नेतृत्व में जैश-ए-मोहम्मद ने भारतीय संसद पर हमला किया था। वह 2000 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा हमले, 2016 में पठानकोट एयरबेस हमले और 2019 में पुलवामा आतंकी हमले में शामिल था।