ऑपरेशन सिंदूर: शानदार कदम, पाकिस्तान को मॉक ड्रिल बताकर अनजान रखा गया; इसका नाम ऑपरेशन सिंदूर क्यों रखा गया?

Operation Sindoor
नई दिल्ली। 7 मई को यह घोषणा की गई कि भारत के लगभग 300 जिलों में युद्ध की तैयारी के लिए नागरिकों द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इससे पूरे पाकिस्तान का ध्यान उधर चला गया। भारत में मॉक ड्रिल के बाद पाकिस्तान को उम्मीद थी कि भारत हमला करेगा। भारत की तीनों सेनाओं ने दुश्मन को बेखबर रखते हुए पाकिस्तान पर हवाई हमले किए हैं।
भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया। इसमें आतंकवादी नेता हाफिज सईद और मसूद अजहर के ठिकाने भी शामिल हैं। मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली, बाग, गुलपुर, भीमबेर और शकरगढ़ में आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए गए हैं। आज शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला किया गया था। इसमें 26 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि इन आतंकवादियों को जमीन में दफना दिया जाएगा। सेना को यह निर्णय लेने की स्वतंत्रता दी गई कि कब और कैसे प्रतिक्रिया देनी है। इसके लिए एक रणनीति तैयार की गई। भारत के विभिन्न शहरों में मॉक ड्रिल आयोजित की जानी थी। भारत पहले भी पाकिस्तान पर हमला कर चुका है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में मिसाइल हमले किए। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य अड्डे पर हमला नहीं किया गया। केवल आतंकवादी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया है। ऑपरेशन सिन्दूर एक संयुक्त अभियान था। इसमें वायु सेना, थलसेना और नौसेना की सटीक हमला हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया।
सेना के जन सूचना विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक ने एक्स हैंडल के जरिए पाकिस्तान पर भारत के हमले की जानकारी दी। 64 सेकंड का एक वीडियो रात 1.28 बजे पोस्ट किया गया। उस पर लिखा था प्रहया सन्निहित:, जया प्रतिष्ठा:। इसका मतलब है हमला करने के लिए तैयार और जीतने के लिए प्रशिक्षित। इसके बाद इसी अकाउंट पर 1:51 बजे एक और पोस्ट सामने आई। ऑपरेशन सिंदूर की फोटो के साथ लिखा गया कि न्याय हुआ, जय हिंद।
सिंदूर को क्यों कहा जाता है…
22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में केवल पुरुषों पर ही हमला किया गया था। उनकी पत्नियाँ, जो उनके साथ थीं, उन्हें एक तरफ धकेल दिया गया। आतंकवादियों ने लोगों से उनके धर्म के बारे में पूछा। हिंदू पुरुषों को अलग कर दिया गया और उनके परिवारों के सामने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। इस हमले में कई महिलाओं ने अपने पति खो दिए। इनमें से कई नवविवाहित थे। भारत ने इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा, ताकि उन महिलाओं के सम्मान में संदेश दिया जा सके जिन्होंने अपना सिंदूर खो दिया था।