Online Attendance : प्रदेश के सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति अब डिजिटल, मोबाइल एप के जरिए अनिवार्य दर्ज होगी हाजिरी

Online Attendance

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प्रदेश के स्कूल शिक्षा तंत्र में बड़ा डिजिटल बदलाव लागू हो गया है। अब राज्य के सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन (Online Attendance) दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है।

सात जिलों में सफल पायलट परीक्षण के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी करते हुए यह व्यवस्था शेष सभी जिलों पर लागू कर दी है। आदेश सभी संभागीय संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा गया है। इसके साथ ही मोबाइल एप और वेब पोर्टल आधारित उपस्थिति प्रणाली को तुरंत प्रभाव से लागू करने निर्देश दिए गए हैं।

डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) मोबाइल एप का उपयोग होगा। विभाग की ओर से प्ले स्टोर डाउनलोड लिंक भी जारी किया गया है, ताकि स्कूल और अधिकारी इसे आसानी से उपयोग में ला सकें।

खास बात यह है कि एप को समग्र शिक्षा द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक से विकसित किया गया है। इससे शिक्षकों की उपस्थिति केवल स्कूल परिसर से ही दर्ज हो सकेगी। नई व्यवस्था में घर या किसी अन्य स्थान से उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा समाप्त हो जाएगी, जिससे हाजिरी प्रणाली अधिक पारदर्शी और सटीक बनेगी।

डिजिटल उपस्थिति प्रणाली (Online Attendance) की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 30 मार्च 2025 को बिलासपुर से की गई थी। इसके बाद एप का पायलट परीक्षण 20 हजार शिक्षकों पर किया गया, जो सफल साबित हुआ। इसके पश्चात महासमुंद, बेमेतरा, दंतेवाड़ा, सूरजपुर, रायगढ़, गरियाबंद और जांजगीर-चांपा जिलों में इसे लागू किया गया, जहां सकारात्मक परिणाम मिले।

अब यह प्रणाली प्रदेश के सभी 56,080 स्कूलों में लागू होगी, जहां 56 लाख से अधिक विद्यार्थी और लगभग 1.80 लाख शिक्षक पंजीकृत हैं। सभी की हाजिरी रोजाना इस डिजिटल प्रक्रिया से दर्ज की जाएगी। इसके लिए रायपुर स्थित समग्र शिक्षा केंद्र में विशेष विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित किया गया है, जहां से तकनीकी और प्रबंधन स्तर पर डिजिटल उपस्थिति प्रणाली का संचालन व निगरानी होगी।

स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा कि यह कदम शिक्षण व्यवस्था में पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता सुनिश्चित करेगा। डिजिटल रिकॉर्ड के आधार पर उपस्थिति की स्थिति वास्तविक समय पर उपलब्ध रहेगी, जिससे शिक्षण योजनाओं और शिक्षा गुणवत्ता पर असर पड़ेगा।

विशेषज्ञों के अनुसार यह बदलाव न सिर्फ उपस्थिति प्रबंधन को सरल बनाएगा, बल्कि शिक्षा प्रणाली को डिजिटल रूपांतरण (Online Attendance) की दिशा में मजबूत आधार भी देगा। भविष्य में इस प्लेटफॉर्म का उपयोग शिक्षण कार्य, होमवर्क, परीक्षा और अभिभावक संवाद जैसे क्षेत्रों में भी विस्तारित किए जाने की संभावना है।

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