प्यार भी मान भी : दूल्हा एक, दुल्हन दो, एक ही समय शादी, पंचायत ने लिया फैसला…
बैतूल/नवप्रदेश। जगह एक, एक ही मंडप, समय व दूल्हा (one bridegroom) भी एक ही, लेकिन दुल्हन (two bride) दो। और शादी (marriage) भी हो गई। मामला मध्य प्रेदश के बैतूल (baitul) जिले का है, जहां एक लड़के ने एक ही मंडप एक ही समय पर दो युवतियों से शादी की। अब आप सोच रहे होंगे कि लड़के ने पहले किसी को धोखा दिया होगा तो ऐसा नहीं है।
दरअसल दो दुल्हनों (two bride) में से एक दूल्हे (one bridegroom) की पसंद है तो वहीं दूसरी उसके माता-पिता की। यानी दूल्हे ने प्यार को भी नजरअंदाज नहीं किया और न ही मां-पिता के मान को। दूल्हे का नाम संदीप उईक है। संदीप मूलतया बैतूल (baitul) जिले के घोडाडोंगरी के केरिया गांव का रहने वाला है। संदीप पढ़ाई करने भोपाल गया हुआ था।
इसी दौरान उसका होशंगाबाद की एक युवती से प्रेम हो गया। इसी बीच संदीप के मां-पिता ने उसके लिए गांव की ही एक लड़की पसंद कर डाली और उसके साथ संदीप की शादी तय कर दी। इसके बाद काफी वाद-विवाद हुए। वाद पंचायत तक गया।
ऐसे बनी बात
कुछ का कहना आया कि यदि दोनों लड़कियां एकसाथ संदीप संग रहने को तैयार हो तो दोनों को उसके साथ कर देनी चाहिए। आश्चर्य यह कि दोनों संदीप के साथ रहने को तैयार हो गईं। इसके बाद पंचायत ने दोनों लड़कियों की शादी संदीप के साथ करवाने का निर्णय लिया। और 8 जुलाई को रिती रिवाज के अनुसार केरिया गांव में संदीप के साथ दोनों युवतियों का विवाह संपन्न हो गया।
तीनों परिवारों को नहीं थी कोई आपत्ति
घोड़ाडोंगरी जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष मिश्रीलाल पराते ने कहा कि इन तीनों परिवारों को यह शादी करवाने में कोई परेशानी नहीं थी। इन परिवारों को कोई आपत्ति नहीं जताई। उन्होंने आपस में ही ऐसी शादी करने का निर्णय ले लिया।
कोरोना काल में नहीं ली अनुमति
इस बीच घोड़ाडोंगरी की तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए शादी समारोह के लिए प्रशासन की मंजूरी जरूरी है। लेकिन इस शादी के लिए मंजूरी नहीं ली गई और न ही दी गई है। इस मामले की अब जांच चल रही है।