कुख्यात नक्सली कुंजाम हिडमा गिरफ्तार; एके -47 समेत हथियारों का बड़ा जखीरा जब्त

Maoist Kunjam Hidma
-डीवीएफ टीम ने कुंजाम हिडमा नामक एक कट्टर नक्सली को सफलतापूर्वक गिरफ्तार किया
कोरापुट। Maoist Kunjam Hidma: नक्सलवाद विरोधी अभियान में सरकार को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बलों ने आखिरकार आज कुख्यात नक्सली कुंजाम हिडमा को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एके-47 राइफल समेत भारी मात्रा में विस्फोटक भी जब्त किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, कुंजम हिडमा को ओडिशा के कोरापुट जिले के बैपारीगुडा पुलिस ने पेटगुडा जंगल से गिरफ्तार किया है। कोरापुट पुलिस और डीवीएफ के संयुक्त अभियान में उन्हें सफलता मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार डीवीएफ की टीम ने 28 मई की रात को एक विशेष अभियान चलाया था। सुबह टीम ने एक पहाड़ी पर नक्सलियों के एक समूह को डेरा डालते देखा। जैसे ही टीम नक्सलियों को घेरने के लिए आगे बढ़ी, उन्होंने डीवीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी और जंगल में भाग गए। फायरिंग के जवाब में टीम ने भी फायरिंग की। इस दौरान झाडिय़ों में छिपने की कोशिश कर रहे माओवादियों को पकड़ लिया गया।
कुंजम हिडमा गिरफ्तार
इस अभियान के दौरान डीवीएफ की टीम ने कुंजम हिडमा (Maoist Kunjam Hidma) नामक एक कट्टर नक्सली को सफलतापूर्वक गिरफ्तार किया। उसके पास से एक एके-47 राइफल, 35 जिंदा कारतूस, 27 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 90 नॉन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 2 किलो गन पाउडर, 2 स्टील कंटेनर, 2 रेडियो, 1 ईयरफोन, 1 मोटोरोला वॉकी-टॉकी, 10 बैटरी, 2 चाकू, 1 कटुरी (छोटी कुल्हाड़ी), 4 टॉर्च लाइट, 15 माओवादी साहित्य और कई अन्य सामान जब्त किए गए हैं।
कौन है कुंजाम हिडमा?
कुंजाम हिडमा उर्फ मोहन नक्सली आंदोलन का एरिया कमेटी सदस्य था। 2007 में 14 साल की उम्र में वह नक्सली सांस्कृतिक विंग बाल संघम और जन नाट्य मंडली में शामिल हो गया। सांस्कृतिक जुड़ाव से लेकर उसने सैन्य प्रशिक्षण और नक्सली गतिविधियों में हिस्सा लिया। 2013 से 2015 तक हिडमा उसूर लोकल ऑर्गनाइजेशन स्क्वाड के हिस्से के रूप में पार्टी के सदस्य के रूप में काम करता रहा।
सैन्य प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उसे एक छोटी राइफल दी गई। 2016 में हिडमा आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर एक प्लाटून में काम कर रहा था। 2019 में उसे एरिया कमेटी मेंबर के पद पर पदोन्नत किया गया। वह चांदामेटा, कोंडाजारी, कुंभीखारी, कोलेंगडब्बा में नक्सली हमलों में शामिल था।