तीन तलाक विधेयक का मकसद मुस्लिम महिलाओं को न्याय देना: गडकरी
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि तीन तलाक विधेयक मानवता के आधार पर लाया गया है और इसका मकसद मुस्लिम महिलाओं को न्याय देना है। भाजपा मुसलमानों के खिलाफ नहीं है बल्कि उन्हें विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने की पक्षधर है। श्री गडकरी ने कहा कि उनकी सरकार का प्रयास कुरीतियों को खत्म करना है और तीन तलाक इसी क्रम में मुस्लिम समाज में महिलाओं के साथ होने वाले अन्याय को समाप्त करने के लिए लाया गया है। प्रगतिशील समाज को इस तरह के कदमों का विरोध नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर धर्म और हर समुदाय में कुछ कुरीतियां होती हैं। उनमें सुधार लाने की जरूरत है और तीन तलाक विधेयक भी उसी सिलसिले की एक कड़ी है। उनकी सरकार का प्रयास सामाजिक विकास के लिए प्रगतिशील आंदोलन को मजबूत बनाना और सभी वर्गों का हित साधना रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी दलों पर अल्पसंख्यक समुदाय में भय पैदा कर उसका फायदा लाभ उठाने का आरोप लगाया और कहा कि समाज में मौजूद रुढि़वादी परंपराओं को खत्म करने का निरंतर प्रयास होना चाहिए। उनकी सरकार ने तीन तलाक की कुप्रथा को समाप्त करने का फैसला लिया है लेकिन कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल इसको लेकर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी मुसलमानों के खिलाफ नहीं बल्कि आतंकवादियों के खिलाफ है। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस के 50 साल के शासन में मुसलमानों को क्या मिला है। उन्हें कारीगरी, मिस्त्रीगिरी आदि छोटे-मोटे कामों तक ही सीमित रखा गया। शिक्षा, ज्ञान-विज्ञान, नवोन्वेषण, शोध एवं अनुसंधान आदि क्षेत्रों में मुसलमानों को आगे नहीं बढऩे दिया।