NIT Raipur : एनआईटी रायपुर में “अविन्या” का किया गया आयोजन, कार्यक्रम का विषय था “भारतीय आविष्कार एवं वैज्ञानिक”
रायपुर, नवप्रदेश। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में 26 मार्च 2023 को संस्थान के इनोवेशन सेल (आई-सेल) के द्वारा “अविन्या” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय “भारतीय आविष्कार एवं वैज्ञानिक” था।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को इनोवेशन की शिक्षा देना और उनके अंदर इनोवेशन की मानसिकता पैदा करना रहा तथा सफल स्टार्टअप बनाने के लिए इनोवेशन को पहचानना और उनका समर्थन करना (NIT Raipur) रहा।
कार्यक्रम के मुख्य इवेंट्स स्पीकर सेशन,दि पिचिंग इवेंट,ओपन डे तथा दि इनोवेशन एक्सपो थे। कार्यक्रम का आयोजन आई सेल के फैकल्टी इनचार्ज सौरभ गुप्ता के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के आयोजन साथ हुई। इस दौरान डीन (योजना तथा विकास) डॉ. राजेश कुमार त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि (NIT Raipur) रहे। कैरियर डेवलपमेंट सेंटर के प्रमुख डॉ. समीर बाजपेई, आई सेल के फैकल्टी इन चार्ज डॉ. सौरभ गुप्ता, सीआईआई छत्तीसगढ़ के चेयरमैन श्री उमेश चितलांगिया तथा आईएल एंड एफएस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड की मैनेजिंग पार्टनर बीना त्रिवेदी मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे।
श्री उमेश चितलांगिया ने स्टार्टअप,इनोवेशन तथा इंटरप्रेन्योरशिप के विषय में बात की। उन्होंने बताया की किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए उद्योग और व्यवसाय अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है।
एक नए उद्योग की स्थापना में विभिन्न प्रकार की जोखिमों तथा तकलीफों का वहन करना होता है। लोगों को बड़ी समस्याओं को हल करके दुनिया को बदलने के लिए इंटरप्रेन्योरशिप बहुत आवश्यक (NIT Raipur) है।
कार्यक्रम में आई-टॉक सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमे सर्वप्रथम बीना त्रिवेदी जी ने नवाचार से प्रभाव तक की यात्रा और उसमें शामिल कार्यप्रणाली के बारे में बात की। नवाचार सभी क्षेत्रों में व्याप्त है,यह अभूतपूर्व नहीं हो सकता है।
उन्होंने बताया कि विघटनकारी नहीं बल्कि हमें प्रभावी होने पर ध्यान देना चाहिए साथ ही उन्होंने विचार निर्माण तथा विचार चयन के मध्य तुलना की तथा यह बताया की विचार निर्माण की तुलना में विचार चयन अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोखिम प्रबंधन के बारे में भी अपने विचार प्रकट किया।
मंदार जोशी ने व्यवसायों और संबंधित विषयों में निवेश पर केंद्रित ‘आस्क में एनीथिंग’ सत्र आयोजित किया। उन्होंने दर्शकों के साथ बातचीत की और दिलचस्प किस्से साझा किए। फाउंडेशन ऑफ इकोलॉजिकल सिक्योरिटी की डॉ. मंजीत कौर बल ने एक विशेष वार्ता भी दी, जिसमें उन्होंने छोटे व्यवसायों और उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला में ग्रामीण लोगों के सामने आने वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
दी इनोवेशन एक्सपो में एनआईटी रायपुर और छत्तीसगढ़ के अन्य हिस्सों के लगभग 25 इनोवेटर्स द्वारा नवीनतम और सबसे अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
एग्रीकल्चर ऑटोमेशन,रोबोटिक आर्म,स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग, स्मार्ट वेंटीलेटर,ड्राइवर फेस मॉनिटरिंग,3-डी प्रिंटिंग, ऑटोमेटेड अटेंडेंस,ऑटोमेटेड ड्रिप मॉनिटरिंग,ई वी आटोमेटिक चार्जिंग,आईरिस कंप्यूटर कंट्रोलिंग जैसे तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
दी पिचिंग इवेंट में इनोवेटर्स ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने इनोवेटिव विचारों का प्रदर्शन किया। इस इवेंट में फायर स्क्वॉल,डिजिटल स्टेथोस्कोप,एयर ड्रिबल, गेममैटिक, मॉमीज, डिजिट्रॉन किड्स,ऑट-डब्ल्यू,डायनामिक टेक्नोलॉजी, आईमेड तथा सेलर टीम सम्मिलित थे।
इस तकनिकी कार्यक्रम में छात्रों द्वारा उद्योग के विशेषज्ञों के समक्ष उनके रचनात्मक विचार प्रस्तुत किए गए,साथ ही सबसे अधिक लाभ प्राप्त करने वाले पिचर्स को इनक्यूबेशन सेल द्वारा मेंटरशिप एवं अपने विचारों को सफलता की ओर ले जाने के लिए 10 करोड़ रूपए तक के फंड्स भी प्रदान किये जायेंगे।
अपने बहुप्रतीक्षित भाषण में श्री संदीप जैन ने एक हिंदी-माध्यम के छात्र से गीक्स फॉर गीक्स की स्थापना तक की अपनी यात्रा को याद किया। उन्होंने बेरोजगारी से एक पारंपरिक सॉफ्टवेयर पेशे में अपने संक्रमण को रेखांकित किया और बाद में कंप्यूटर विज्ञान के लिए सबसे प्रतिष्ठित ऑनलाइन पोर्टलों में से एक को स्वतंत्र रूप से स्थापित करने की यात्रा शुरू की अंत में उन्होंने श्रोताओं के सवालों के जवाब दिए |
श्री प्रांजल कामरा ने अपने भाषण व्यापार में नवाचार और अपरंपरागत कदम उठाने पर बात की । उन्होंने उद्यमिता में शामिल विभिन्न रणनीतियों और योजनाओं को निर्दिष्ट किया,और शुरुआती असफलताओं का डट कर सामना करने कहा । उन्होंने लंबे उद्यमों में टीम निर्माण और टीम वर्क की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन आई-सेल के सदस्यों के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसके बाद वक्ताओं ने छात्रों से बातचीत की।