वैज्ञानिक तरीके अपनाकर पहुंचे अपराधियों तक : डीजीपी
– नक्सली घटनाओं की जांच में फॉरेंसिक साईंस के महत्व पर आयोजित कार्यशाला में बोले विशेषज्ञ
रायपुर/नवप्रदेश। नया रायपुर (new Raipur) के पुलिस मुख्यालय (Police headquarters) में आज यहां नक्सली घटना (Naxalite incident) के जांच के मामलों पर फॉरेंसिक साईंस (Forensic Science) के महत्व पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी एवं गुजरात एंटी करप्शन ब्यूरो के डायरेक्टर केशव कुमार ने फॉरेंसिक साईंस की बारिकीयों से अवगत कराया।
कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक और निरीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारियों को नक्सल प्रकरणों की जांच में फॉरेंसिक साईंस के महत्व को बताया गया। कायशाला को संबोधित करते हुए डीजीपी श्री अवस्थी ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को फॉरेंसिक साईंस का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। किसी भी जांच को फॉरेंसिक साईंस की सहायता से जल्दी सुलझाया जा सकता है।
इसके साथ ही वैज्ञानिक तरीकों से तथ्यों को जुटाने से अपराधियों तक शीघ्र पहुंचा जा सकता है। उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि नक्सल प्रकरणों की जांच में भी फॉरेंसिक साईंस का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर, सुकमा, कोण्डागांव, धमतरी, गरियाबंद, राजनांदगांव, कर्वधा, जशपुर और बलरामपुर जिले के पुलिस अधिकारी शामिल हुए। कार्यशाला में सहायक पुलिस महानिरीक्षक राजेश अग्रवाल भी उपस्थित रहे।