नई आफत : कोरिया जिले में सर्दी-खांसी-बुखार से दर्जनों बच्चे पहुंचे अस्पताल |

नई आफत : कोरिया जिले में सर्दी-खांसी-बुखार से दर्जनों बच्चे पहुंचे अस्पताल

New disaster: Dozens of children reached hospital due to cold-cough-fever in Korea district

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जांच के लिए भेजा जा रहा विशेषज्ञ डॉक्टरों का दल

रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमती जरूर नजर आ रही है, लेकिन अब उसके बाद एक नई आफत दिखाई दे रही है। दरअसल, कोरिया में बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार होने की जानकारी सामने आ रही है। इन बच्चों में अधिकांश सर्दी, खांसी

और बुखार जैसे लक्षण हैं। हालांकि इनकी कोरोना जांच निगेटिव है। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में बच्चों को इफेक्ट करने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर विशेषज्ञ डॉक्टरों के एक दल रविवार को बैकुंठपुर के लिए रवाना हुआ है।

New disaster: Dozens of children reached hospital due to cold-cough-fever in Korea district

जिला अस्पताल के चाइल्ड वार्ड फूल

बताया जा रहा है, कोरिया जिले में एक नई आफत से वायरल बुखार फैला हुआ है। इससे बीमार लोगों में सर्वाधिक संख्या बच्चों की नजर आ रही है। पिछले 14-15 दिनों में ऐसे लक्षणों वाले 250 बच्चे जिला अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच चुके हैं। अभी बैकुंठपुर जिला अस्पताल के बच्चों के वार्ड में सभी 50 बेड भर गए हैं। हालात ऐसे हैं कि बरामदे में बिस्तर डालकर बच्चों को भर्ती किया गया है।

एक दर्जन से ज्यादा बच्चे हैं ऑक्सीजन सपोर्ट पर

इनमें से करीब 20 बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, जिन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। इनमें से नवजात से लेकर सात साल की उम्र तक के बच्चे शामिल हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ दिनों के अंतराल में ऐसे ही लक्षणों वाले तीन बच्चों की मौत हुई है। हालांकि, कोरिया के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामेश्वर शर्मा का कहना है कि इस मौसम में यहां वायरल बुखार सामान्य है। जिन तीन बच्चों की मौत बताई जा रही है, उसके दूसरे कारण हैं। संचालक एपिडेमिक कंट्रोल डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया, वहां दो बाल रोग विशेषज्ञ बच्चों का इलाज कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन निगरानी की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने लिया संज्ञान

बैकुंठपुर की स्थिति की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला और संचालक नीरज बंसोड़ से चर्चा की। उन्होंने बीमारी की पहचान, जांच और समीक्षा के लिए तत्काल विशेषज्ञों को बैकुंठपुर भेजने का निर्देश दिया। सिंहदेव ने बताया, यूपी में एक संदिग्ध बुखार फैला हुआ है। वह सीमावर्ती जिला है, वहां बड़ी संख्या में ऐसे केस आना चिंताजनक है। विशेषज्ञ दल की रिपोर्ट के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।

कमजोर इम्युनिटी वालों के लिए हो सकता है घातक

कई डॉक्टरों ने कहा, बिना जांच के पक्के तौर पर तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन इसकी संभावना है कि कोरोना वायरस ही सामान्य फ्लू जैसा बन गया हो। वैसे तो यह सामान्य है, लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वालों और नवजात बच्चों में निमोनिया का कारण हो सकता है। ऐसे में यह घातक भी हो सकता है। डॉक्टरों का कहना था, शुरुआत में फ्लू भी एक महामारी थी, लेकिन आज वह एंडेमिक है। राज्य एपिडेमिक कंट्रोल के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया, अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज की टीम इसकी जांच करेगी।

यूपी में वायरल फीवर से 100 से ज्यादा लोगों की मौत

आपको बताते चले कि, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी नई आफत की तरह वायरल बुखार और डेंगू के केस अचानक बढ़े हैं। बताया जा रहा है, वहां अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे 80 प्रतिशत मरीज ऐसे ही बुखार और सर्दी-खांसी के लक्षणों वाले हैं। उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है। अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिला छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है। हालांकि, सोनभद्र में ऐसी बीमारी फैलने की सूचना नहीं है।

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