वोटिंग से पहले विपक्षी खेमे में हलचल, 19 दलों की दिल्ली में ईवीएम पर बैठक
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव नतीजे आने में अभी दो दिन का वक्त है, लेकिन इस बीच विपक्षी दल अपनी साझा रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। मंगलवार दोपहर दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूश क्लब में 19 विपक्षी दलों ने बैठक की। आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में चुनाव आयोग से ईवीएम के मुद्दे पर शिकायत करने का फैसला लिया गया है। अब सभी इसके बाद चुनाव आयोग के दफ्तर निर्वाचन सदन के लिए रवाना हो गए।
इस मीटिंग में 100 फीसदी ईवीएम के साथ वीवीपैट की मिलान की मांग को लेकर विपक्ष की ओर से चुनाव आयोग से मुलाकात को लेकर चर्चा हुई। बता दें कि इससे पहले सुबह सुप्रीम कोर्ट ने वीवीपैट से मतगणना की मांग को कड़े शब्दों के साथ खारिज कर दिया था। चुनाव आयोग ने भी नतीजों से पहले ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के विपक्षी दलों के आरोपों पर सिलसिलेवार जवाब दिया था।
रिपोट्र्स के मुताबिक बैठक में गैर-एनडीए सरकार की संभावनाओं को लेकर भी बात हुई। इस बीच शाम को एनडीए की भी डिनर पर बैठक होनी है। अमित शाह की ओर से आयोजित डिनर में एनडीए के सभी नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी भी उपस्थित रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस समेत टीडीपी, वाम दलों, बीएसपी, एसपी एनसीपी और टीएमसी के नेता बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा, एनसीपी चीफ शरद पवार और वामपंथी दलों से सीताराम येचरी जैसा नेता इस बैठक में शामिल हैं। टीएमसी की ममता बनर्जी ने डेरेक ओ ब्रायन और एसपी चीफ अखिलेश ने रामगोपाल यादव को मीटिंग में अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेजा है।
भले ही एग्जिट पोल्स में बीजेपी की सरकार बताई गई है, लेकिन विपक्षी दल इसे खारिज करते हुए गैर-एनडीए सरकार के गठन की संभावनाएं तलाश रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने एग्जिट पोल्स को गलत करार देते हुए बीते दौर के कई उदाहरणों को गिनाया है। इसके अलावा हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के चुनावों की भी चर्चा की जा रही है, जहां एग्जिट पोल्स पूरी तरह से गलत साबित हुए।
प्रणब मुखर्जी ने ईवीएम को लेकर जताई चिंता
इस बीच पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बयान जारी ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। प्रणब मुखर्जी ने लिखा, ‘वोटर्स के फैसले के साथ छेड़छाड़ की रिपोट्र्स को लेकर मैं चिंतित हूं। ईवीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है, जिसमें निगरानी में मशीनें रखी हुई हैं।Ó उन्होंने कहा कि ऐसी कोई स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए, जब कोई हमारे लोकतंत्र को चैलेंज कर सके। जनता का मत सर्वोपरि है और उसे किसी भी संदेह के दायरे से बाहर रखना चाहिए।
नहीं होगा 100 फीसदी ईवीएम-वीवीपैट का मिलान- सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही ईवीएम व वीवीपैड मशीनों को लेकर सियासत शुरू हो गई है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने 100 फीसदी इवीएम-वीवीपैट मिलान की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। बता दें कि एक एनजीओ ने ये मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को बकवास करार देते हुए कहा कि एक ही मांग बार-बार नहीं सुन सकते, लोग अपनी सरकार चुनते हैं। कोर्ट इसके आड़े नहीं आएगा। इससे पहले 21 विपक्षी पार्टियों ने 50त्न मिलान की मांग की थी। इससे पहले इवीएम-वीवीपैट मिलान को लेकर कांग्रेस समेत 21 पार्टियों को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली थी। सुप्रीम कोर्ट ने 21 पार्टियों की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी थी। दरअसल, 8 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने हर विधानसभा में एक इवीएम क ेवीवीपैटसे मिलान को बढ़ाकर 5 कर दिया था लेकिन विपक्षी पार्टियों ने मिलान को 50 फीसदी करने की मांग दोहराई थी। विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू, अखिलेश यादव, के सी वेणुगोपाल, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, सतीश चंद्र मिश्र समेत विपक्ष के 21 नेताओं ने याचिका दायर की थी। इस याचिका में ईवीएम के ज़रिए होने वाले चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए 50 फीसदी तक ईवीएम पर्चियों के वीवीपैट से मिलान की मांग की गई थी।