संपादकीय: टीम इंडिया में बदलाव की जरूरत
Need for change in Team India: भारतीय क्रिकेट टीम रोहित शर्मा की कप्तानी में आस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच खेल रही है जिसमें भारतीय बल्लेबाज लगातार निराशाजनक प्रदर्शन कर रहे है। चौथे टेस्ट मैच में भी भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने अपने प्रदर्शन से क्रिकेट प्रमियों को निराश किया। मेलबर्न में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम के बालरों ने खासतौर पर जसप्रीत बुमराह ने बेहतर प्रदर्शन किया जिसकी वजह से पहली पारी में सौ रनो से पिछडने वाली भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 234 रनों पर ढेर कर दिया था।
टीम इंडिया को 340 रन बनाने का टारगेट मिला था। लेकिन भारतीय टीम 155 रनों पर आउट हो गई और उसे 184 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा सिर्फ 9 रन बनाए पाए वहीं विराट कोहली सिर्फ पांच रन बनाकर आउट हो गये। केएल राहुल ने तो खाता भी नहीं खोला।
हालांकि यशस्वी जयसवाल ने जरूर एक छोर संभाले रखा और उन्होंने 84 रन बनाए। उन्हें थर्ड अंपायर ने आउट करार दिया। उनका यह फैसला विवादित रहा। जयसवाल का आउट होना ही टीम इंडिया के लिए घातक साबित हुआ। अन्यथा यह मैच ड्रा हो सकता था। बहरहाल इस पूरी सीरिज में टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रोतिह शर्मा और विराट कोहली का बल्ला चला ही नही और आस्ट्रेलिया 2-0 एक बढ़त बनाने में सफल हो गई।
इसी के साथ टेस्ट मैचों के वल्र्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम के सीधे फाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया। अब पांचवे और अंतिम टेस्ट मैच में भारतीय टीम यदि जीत भी जाती है तो भी यह श्रंखला ड्रा होगी लेकिन इसके बाद भी वह टेस्ट क्रिकेट के वल्र्ड कप में फाइनल में नहीं पहुंच पाएगी।
भारतीय क्रिकेट टीम में अब बदलाव की सख्त जरूरत है। रोहित शर्मा और विराट कोहली को अब खुद ही सन्यास लेने की घोषणा कर देनी चाहिए। जिस तरह रविचंद्रन आश्विन ने आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ही क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है। उसी तरह अब रोहित शर्मा और विराट कोहली को भी सम्मानजनक ढंग से विदाई ले लेनी चाहिए। ताकि उनकी जगह नई प्रतिभाओं को अवसर मिले।
रोहित शर्मा और विराट कोहली को सिर्फ वन डे मैचो पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। टेस्ट मैच में लंबी पारी खेलना अब उनके वश की बात नहीं रही । जहां तक विराट कोहली का सवाल है तो उनकी आंखो में समस्या आ गई है जिसकी वजह से वे सॉट का चयन नहीं कर पा रहे हैं।
इसलिए बेहतर होगा कि वे क्रिकेट से सन्यास ले ले। ताकि नए खिलाड़ी टेस्ट मैचों के वल्र्ड कप में अपनी प्रतिभा दिखा सकें और टीम इंडिया को विश्व विजेता बना सकें। बीसीसीआई को टीम इंडिया में बदलाव करने पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए।