संपादकीय: एग्जिट पोल में एनडीए की बल्ले बल्ले
NDA wins big in exit polls
Editorial: बिहार विधानसभा के लिए दूसरे चरण का मतदान होने के बाद आये आये 16 एग्जिट पोल ने बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने का पूर्वानुमान लगाया है। एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए की बल्ले बल्ले होने जा रही है। वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के मतदाताओं की पहली पसंद बनकर ऊभर रहे हैं।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार पिछले 20 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं इसलिए इस बार महागठबंधन ने उनकी सरकार के खिलाफ एन्टीइंकमबेन्सी चलने का दावा किया था और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने के प्रति पूरी तरह आश्वस्त थे किन्तु एग्जिट पोल के मुताबिक महागठबंधन को करारी शिकस्त मिलने जा रही है। महागठबंधन यदि सौ सीटें भी हासिल कर ले तो यह उसके लिए बहुत बड़ी बात होगी।
अधिकांश एग्जिट पोल एनडीए को स्पष्ट बहुमत दे रहे हैं। वहीं कुछ एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को डेढ़ से दो सौ सीटें तक मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि पिछले कुछ चुनावों के दौरान एग्जिट पोल के पूर्वानुमान कई बार गलत भी साबित हुए हैं लेकिन अधिकांश बार एग्जिट पोल सत्यता के निकट भी रहे हैं। फिर बिहार में सभी सोलह एग्जिट पोल एनडीए की स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनने का अनुमान लगा रहे हैं। इसलिए यह माना जा सकता है कि बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह बिहार की महिला मतदाताओं का एनडीए के पक्ष में मतदान करना है।
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार की सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई कारगर कदम उठाये थे जिसकी वजह से महिलाओं ने इस बार भी एनडीए के पक्ष में मतदान दिया है। एक अनुमान के मुताबिक 70 प्रतिशत महिलाओं ने एनडीए को वोट दिया है। बिहार के पहले चरण और दूसरे चरण के मदतान में इस बार बंपर वोटिंग हुई है और इसमें भी महिलाओं ने बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का उपयोग किया है इसलिए यह कहा जा सकता है कि यदि एग्जिट पोल के पूर्वानुमान सही साबित होते हैं तो बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनाने में वहां की नारी शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
बिहार के भारी मतदान को महागठबंधन के नेता परिवर्तन की लहर बता रहे थे और अपनी सरकार बनने का बढ़चढकर दावा कर रहे थे क्योंकि पूर्व में ऐसा हुआ है कि जब औसत से ज्यादा मतदान होता है तो वहां सत्ता परिवर्तन हो जाता है किन्तु इसका कई बार अपवाद भी देखने को मिला है और बिहार में भी बंपर वोटिंग सरकार के पक्ष में ही हुई नजर आ रही है।
यह बात अलग है कि राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के नेता एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों को नकार रहे हैं उनका कहना है कि एग्जिट पोल के पूर्वानुमान पहले भी गलत साबित हुए हैं और इस बार बिहार में भी ये सारे पूर्वानुमान ध्वस्त हो जाएंगे और प्रचंड बहुमत से महागठबंधन की सरकार बनेगी किन्तु एक भी एग्जिट पोल ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने का अनुमान नहीं लगाया है इस लिहाज से यह स्पष्ट है कि भले ही सीटों की संख्या कुछ कम या ज्यादा हो जाए लेकिन बिहार में एनडीए की सरकार बनना लगभग तय है।
