संपादकीय: एनडीए ने फिर एक बार चौकाया

संपादकीय: एनडीए ने फिर एक बार चौकाया

NDA surprises once again

NDA surprises once again

Editorial: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से ही नये उपराष्ट्रपति पद के लिए अटकलों का बाजार गर्म था। खबरिया चैनलों पर नये उपराष्ट्रपति के लिए नीत नये नाम उछाले जा रहे थे। किन्तु एनडीए ने एक बार फिर सबको चौका दिया। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। इनके नाम की दूर दूर तक कोई चर्चा नहीं थी। एनडीए इसके पूर्व भी इसी तरह के चौकानें वाले फैसले करता रहा है। जब राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद को एनडीए ने अपना प्रत्यासी बनाया था तब भी उनका नाम कहीं चर्चा में शामिल नहीं था इसी तरह उनके बाद द्रौपदी मुर्मू को भी जब एनडीए ने राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया था तो भी सभी चौंक गये थे।

यही नहीं बल्कि जगदीप धनखड़ का भी नाम दूर दूर तक चर्चा में नहीं था लेकिन उनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था। इसी तरह इस बार भी उपराष्ट्रपति पद के लिए किसी चौकाने वाले नाम की उम्मीद तो सभी कर रहे थे लेकिन सीपी राधाकृष्णन ही उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बनेंगे इसका किसी ने अनुमान नहीं लगाया था। खुद को सर्वज्ञानी मानने वाले खबरिया चैनलों को भी इसकी भनक नहीं लग पाई थी।

बहरहाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए ने बहुत सोच समझकर उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। कहते हैं न कि दूध छाछ को भी फूंक फूंक कर पिता है। पूर्व राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भाजपा के साथ जो दगाबाजी की थी उसे देखते हुए भाजपा ने इस बार कट्टर भाजपाई और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रहे सीपी राधाकृष्णन को देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है। सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडू के हैं जहां वे दो बार कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं वे तमिलनाडू प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और फिर उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया था और वर्तमान में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल थे।

इस तरह सीपी राधाकृष्णन को संवैधानिक पद संभालने का पर्याप्त अनुभव है और उनकी छवि भी साफ सूथरी है जाहिर है सीपी राधाकृष्णन लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए को प्राप्त बहुमत को देखते हुए प्रचंड मतों से उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित हो ही जाएंगे। एनडीए का इसका लाभ अगले साल होने जा रहे तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भी मिल सकता है। चूंकि सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु में भाजपा के सबसे बड़े चेहरे रह चुके हैं इसलिए उपराष्ट्रपति पद पर उनकी ताजपोशी होने से तमिलनाडु में भाजपा का ग्राफ बढ़ सकता है। बहरहाल एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्टपति पद का प्रत्याशी बनाकर आईएनडीआईए को भी चौंका दिया है जो अभी तक उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी की खोज में है।

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