NCRB रिपोर्ट में खुलासा…छत्तीसगढ़ राज्य शर्मसार, अपराध के ग्राफ में भारी वृद्धि
रायपुर/नवप्रदेश। NCRB : छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर अत्याचार खत्म होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी साल 2020 के आंकड़ों पर गौर करें तो दुष्कर्म के मामलों में बिहार से आगे छत्तीसगढ़ निकल चुका है।
प्रदेश में 2019 में दुष्कर्म के 1036 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 2020 में 1210 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि इसी दो वर्षों में बिहार में क्रमश: 730 और 806 मामले दर्ज हुए। निस्संदेह, छत्तीसगढ़ जैसे तुलनात्मक रूप से छोटे राज्य के लिए ये आंकड़े शर्मनाक हैं।
छत्तीसगढ़ में इस साल आत्महत्या के 3930 मामले
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में दुष्कर्म की घटनाएं प्रति एक लाख आबादी में जहां 8.3 प्रतिशत थीं, वहीं यह दर बिहार में 1.4 प्रतिशत, गुजरात में 1.5 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 5.8 प्रतिशत थी। वहीं 2019 के मुकाबले छत्तीसगढ़ में अपराध का ग्राफ चरम पर है।छत्तीसगढ़ में इस साल सामूहिक हत्या के 21, आत्महत्या के 3930 मामले सामने आए। ये आंकड़े 30 जून तक के हैं।
विधानसभा में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा
विधानसभा में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया था कि 1 दिसंबर 2018 से इस साल 30 जून तक सामूहिक हत्या के 94 मामले पुलिस ने दर्ज किए। इसी तरह आत्महत्या के 19084 और मानव तस्करी के 111 मामले सामने आए।
आदिवासियों के खिलाफ बढ़े अपराध
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के प्रति अपराध भी बढ़ा है। साल 2018 में 388, साल 2019 में 427, साल 2020 में 502 मामले ऐसे दर्ज किए गए हैं। साल 2018 के मुकाबले साल 2020 में अनुसूचित जाति के खिलाफ भी आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं। इन घटनाओं से संबंधित साल 2018 में 264, साल 2019 में 341, साल 2020 में 316 केस दर्ज किए गए हैं।
हर तरह के अपराध में चौंकाने वाले आंकड़े
एनसीआरब 2020 के रिकॉर्ड के मुताबिक प्रदेश में अलग-अलग धाराओं में दर्ज अपराध में भी इजाफा हुआ है। छत्तीसगढ़ में दर्ज सभी तरह के आपराधिक मामलों देखें तो, साल 2018 में 98233, साल 2019 में 96561, साल 2020 में 103173 केस दर्ज किए गए हैं। साल 2020 के बढ़े हुए आंकड़ा पर गौर करें तो अपराध की संख्या साफ बता रहा है, छत्तीसगढ़ किन हालातों से गुजर रहा है।
ये है देश का हाल- रोजाना रेप 77, हत्याएं 80
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की तरफ से बुधवार को जारी आंकड़े बताते हैं कि देश में 2020 में हत्याओं में इजाफा हुआ है। हालांकि, 2019 की तुलना में महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में कुछ कमी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बलात्कार के सबसे ज्यादा मामले राजस्थान में दर्ज किए गए।
वहीं, 19 मेट्रो शहरों में अपराध की सूची में लगातार दूसरे वर्ष राजधानी दिल्ली सबसे ऊपर रही। उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हत्याएं हुईं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे देश में 2020 में बलात्कार के प्रतिदिन औसतन करीब 77 मामले दर्ज किए गए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले एनसीआरबी ने कहा कि पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए जो 2019 में 4,05,326 थे और 2018 में 3,78,236 थे।
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के मामलों में से 28,046 बलात्कार की घटनाएं थी जिनमें 28,153 पीडि़ताएं हैं। पिछले साल कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगाया गया था। अपराध की यह दर मध्य प्रदेश, गुजरात और पंजाब में कम है।