Naxali Surrender : दो हमलों में शामिल इनामी नक्सली ने किया सरेंडर
बीजापुर/नवप्रदेश। Naxali Surrender : बीजापुर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। माओवादियों के डिप्टी कमांडर ने अपने हथियार डालकर आत्मसमर्पण किया है। माओवादी ने SSP कमलोचन कश्यप, ASP डॉ. पंकज शुक्ला, DSP आशीष कुंजाम के सामने सरेंडर किया। इस मामलें की पुष्टि स्वयं एसएसपी ने की है।
8 लाख का इनामी है माओवादी
SSP कमलोचन कश्यप ने बताया कि, माढ़ डिवीजन अंतर्गत इंद्रावती एरिया कमेटी के मिलिट्री प्लाटून नंबर 16 के डिप्टी कमांडर मीठू कश्यप ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पित माओवादी के ऊपर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है। घोषित इनाम से आप अंदाजा लगा सकते है कि सरेंडर नक्सली कितना घातक है। उसने कई नक्सली मूवमेंट में योगदान दिया है।
उसने बताया कि, माओवादियो (Naxali Surrender) की खोखली विचारधारा, जीवन शैली, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताड़ना से तंग आ गया था। बिना दोष किए लोगों को मारना, उन्हें नुक्सान पहुंचाने से कुछ हासिल नहीं हुआ। आत्मसमर्पण के पीछे एक और बड़ा कारण छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति भी है।
पुलिस पार्टी पर दो हमलों में था शामिल
SSP कश्यप ने बताया कि माओवादी मीठू 2008 में प्लाटून सदस्य के रूप में नक्सली संगठन में भर्ती हुआ था। मार्च 2013 में प्लाटून नंबर 16 में सेक्शन ए का डिप्टी कमांडर बनाया गया, इस सेक्शन में मीठू ने साल 2015 तक सक्रिय भूमिका निभाई।
उन्होंने बताया कि नक्सली मीठू के खिलाफ दिसंबर 2009 में नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र में पुलिस दल पर हमले की घटना में शामिल होने का आरोप है। इस घटना में दो जवान शहीद हुए थे तथा नक्सलियों ने दो इंसास राइफल लूट लिया था। वह फरवरी 2019 में इंद्रावती क्षेत्र में पुलिस दल पर हमले की घटना में भी शामिल था।
संगठन में कार्य
वर्ष 2008 में प्लाटून सदस्य के रूप में भर्ती किया गया। तीन माह तक भैरमगढ़ एरिया कमेटी अन्तर्गत मिरतुर क्षेत्र में भ्रमण किया बाद माड़ डिविजन के जाटलूर एलओएस कमाण्डर जरीना के साथ 1 वर्ष तक माड़ क्षेत्र में कार्य किया।
सितम्बर 2009 को माड़ डिविजन डीव्हीसीएम रणदेव का सुरक्षा गार्ड का कार्य किया, अगस्त 2012 में कुतूल एरिया
में प्रशिक्षण दिया गया उसके बाद पुनः सुरक्षा गार्ड डयूटी हेतु भेज दिया गया।
सितम्बर 2012 में प्रशिक्षण उपरान्त इन्द्रावती एलओएस कमाण्डर के साथ फरवरी 2013 तक कार्य किया।
मार्च 2013 में प्लाटून नम्बर 16 में सेक्शन ए डिप्टी कमाण्डर का कार्य दिया गया जहा 2015 तक कार्य किया।
अगस्त 2015 में गरियाबंद विस्तार एरिया में कार्य के लिए भेजा गया।
जून 2016 को वापस माड़ डिविजन में आकर प्लाटून नम्बर 16 में कार्य किया।
सितम्बर 2016 सेक्शन बी का कमाण्डर बनायागया जहां अक्टूबर 2018 तक कार्य किया।
नवम्बर 2018 को 16 नम्बन प्लाटून डिप्टी कमाण्डर की जिम्मेदारी दी गई, जहां लगातार कार्य किया। संगठन में एसएलआर रायफल धारित करता था।
माओवादी घटना में शामिल
दिसम्बर 2009 को कंपनी नम्बर 01 के साथ जिला नारायणपुर थाना ओरछा क्षेत्र बटटूम पुलिस पार्टी पर एम्बुश लगाकर फायरिंग की घटना में शामिल, घटना में 02 जवान शहीद हुए एवं 02 इंसास रायफल लूट लिये।
7 फरवरी 2019 को इंद्रावती एरिया (Naxali Surrender) में ताड़बल्ला–बोडगा के बीच जंगल में प्रशिक्षण शिविर में पुलिस पार्टी के साथ मुठभेढ़ में शामिल।