Navpradesh Special: खबरों के गलियारे से… राजनीति पर झुनझुना हावी, ईडी के जवाब में…
राजनीति पर झुनझुना हावी
टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह के झुनझुना वाले बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, सबसे ज्यादा तकलीफ रमन सिंह को है, क्योंकि अजीत जोगी के भरोसे तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं। उम्मीद कर रहे थे कि ऐसा ही कुछ हो जाएगा। कांग्रेस पहले से एकजुट है। भारतीय जनता पार्टी के लोग हताशा में हैं तभी तो महाराज साहब को डिप्टी सीएम बनाए जाने के बाद इंटरनेट मीडिया में उनकी प्रतिक्रिया देखी गई।
पिछले कुछ समय जैसे जोगी फैक्टर से हम लोग सत्ता से वंचित हो जाते थे, उनको लगता था कि ऐसा ही कुछ बदलाव होगा। मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा, खुद मेहनत करते नहीं और दूसरे के भरोसे सत्ता में आना चाहते हैं। खबरों के गलियारे में चर्चा है कि सभी राजनीतिक पार्टियां झुनझुना को राजनीतिक अस्त्र बनाकर झुनझुना बजा रहे है। ऐसा लगता है कि चुनाव नहीं मंड़ई होने वाला है।
ईडी विरोध करने वाले दे रहे बुलावा
वक्त वक्त की बात है, क्या से क्या हो जाता है, जो नहीं सोचा वहीं हो जाता है। इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला नागरिक सहकारी बैंक घोटाले की जांच अब ईडी से करने की मांग उठ रही है। प्रदेश में कोयला परिवहन और शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम का कभी कांग्रेस नेता विरोध करते थे। ईडी की कार्रवाई होने पर कभी कार्यालय का घेराव करते थे, तो कभी जिन नेताओं के घर छापा पड़ता था, उसके सामने हनुमान चालीसा का पाठ करते थे, लेकिन अब समय बदल गया है।
इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और उनकी सरकार के चार मंत्रियों का नाम सामने आया है। एक कांग्रेसी नेता ने घोटाले की जांच ईडी से करने की मांग झट से कर दी । राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि ईडी वालों के दिन फिरने वाले है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का बराबर सहयोग मिलना तय माना जा है।
भाजपा का चुनावी हथकंडा
छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र के इस्तेमाल पर कांग्रेस ने इसे भाजपा का चुनावी हथकंडा बताया है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 15 वर्षों तक भाजपा को छत्तीसगढ़ महतारी की याद नहीं आई। अब भाजपा अपने पम्पलेट में छत्तीसगढ़ महतारी की चित्रों का इस्तेमाल कर रही हैं। यह भाजपा के लिए मजबूरी है। खबरों के गलियारे में चर्चा है कि अब छत्तीसगढ़ महतारी की याद भाजपा नहीं करेगी तो भाजपा दाई के कोरा से दूर हो जाएगी।
ईडी के जवाब में आएगी सीडी
छत्तीसगढ़ विधानसभा का अंतिम सत्र में भाजपा जहां अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सरकार के घेरने के लिए ईडी की कार्रवाई उछालेगी, तो जवाब में कांग्रेस विधायकों की तरफ से इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले की सीडी का मुद्दा आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा भाजपा के पास कोई मुद्दा बचा नहीं है। सिर्फ जनता को बताने के लिए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। खबरों के गलियारे में चर्चा है कि चुनाव में ईडी-सीडी क्या गुल खिलाएगी। ये तो वक्त बताएगा लेकिन पुराना अनुभव है कि सीडी ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी, ईडी पर कौन भरोसा कर रहा है?
यूएसआइसी में रोजगार का लाभ लें
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के अंतर्गत कई वर्षों से बंद यूनिवर्सिटी साइंस इंस्ट्रूमेंटेशन सेंटर (यूएसंआइसी) को स्किल डेवलपमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। पुनस्र्थापित करने के बाद विश्वविद्यालय परिसर के छात्रों के साथ-साथ बाहर के छात्रों के छात्र भी ट्रेनिंग ले सकेंगे।
स्किल डेवलपमेंट सेंटर को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की 5वीं पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत विकसित किया गया है। रविवि कॉलेज के गलियारे में चर्चा है कि यूएसआइसी शुरू करने में बहुत देरी कर दी वीसी साहब । नहीं तो हम पिछले पंचवर्षीय योजना में ही स्किल डेपलेवमेंट कर लेते।
जीएसटी नंबर बाहर लगाए
आप जीएसटी रजिस्टर्ड हैं और अपने दुकान या गोडाउन के बाहर जीएसटी नंबर व सर्टिफिकेट नहीं लगा रहे हैं तो आप पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। अगर आप इस जुर्माने से बचना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप नियम का पालन करते हुए अपनी दुकान व गोडाउन के बाहर जीएसटी नंबर व सर्टिफिकेट लगाएं। साथ ही अगर आपने जीएसटी रजिस्ट्रेशन में दिए गए पते को बदल दिया है तो भी आपको अपने व्यावसायिक परिसर में जीएसटी नंबर व सर्टिफिकेट लगाना होता है। ऐसा नहीं होने पर जीएसटी अफसरों द्वारा कार्रवाई की जा सकती है। व्यवसायिक गलियारे में चर्चा है कि मल्टी स्टोरी में दुकान हो तो क्या करें।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए मिलेंगे 2460 करोड़
स्कूलों में बेहतर आधारभूत ढांचे के साथ शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने, सीनियर सेंकडरी स्तर पर विज्ञान एवं वाणिज्य की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए वल्र्ड बैंक ने छत्तीसगढ़ के लिए 2460 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इस परियोजना से गरीब और कमजोर वर्ग से आने वाले लगभग 40 लाख छात्र लाभान्वित होंगे। वल्र्ड बैंक की इस परियोजना से कक्षा पहलीं से 12वीं तक के लगभग 600 माडल स्कूलों को विकसित और संचालित करने में मदद मिलेगी। खबरों के गलियारे में चर्चा है कि भाजपाई कहते फिर रहे है कांग्रेस को चुनावी फंड मिल गया। बच्चों को जब लाभ मिलेगा तब मिलेगा फिलहाल कांगे्रसी लाल हो जाएंगे।
बिजली गिरने से पुलिसकर्मी जख्मी
मनेन्द्रगढ़ के जनकपुर थाने में बारिश से जहां जन जीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं थाने में आकाशीय बिजली गिरने से बिजली सिस्टम खराब होने के साथ ही पुलिस के पांच जवान घायल हो गये है। बारिश से लगातार आकाशीय बिजली गिरने का मामला सामने आया है। जिसमें बिजली समान कम्प्यूटर, वायरलेस सेट सहित बिजली उपकरण का नुकसान हुआ है।
वहीं एक महिला आरक्षक को कान में कम सुनाई दे रहा है । खबरों के गलियारे में चर्चा है कि लोग समझ रहे थे कि एसपी ने इधर से उधर करके जमे जमाए आरक्षकों के ट्रांसफर किए होंगे। लेकिन यह तो आकासीय बिजली निकली। इसलिए कहा जाता है कि कुदरती इंसाफ को हमेशा ध्यान हितग्राहियों के साथ न्याय करना चाहिए।
छत्तीसगढिय़ां हुए निराश
वल्र्ड कप 2023 का शेड्यूल जारी होने के बीच रायपुर में मैच के मेजबानी को लेकर छत्तीसगढिय़ों को बड़ा झटका लगा है। बीसीसीआई की ओर से जारी शेड्यूल में एक भी मैच रायपुर में नहीं खेला जाएगा। क्रिकेट प्रेमी कयास लगा रहे थे कि रायपुर को वल्र्ड कप 2023 के एक मैच की मेजबानी मिल सकती है। रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के अलावा कई इंटरनेशनल स्तर के कई मैच खेले जा चुके हैं। खबरों के गलियारे में चर्चा है कि कका स्थानीय खेलों पर ज्यादा ध्यान दे दिए इसलिए बीसीसीआई वाले बिदक गए।
होटलों के मेन्यू में मिलेट्स
मिलेट्स में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के फायदे की वजह से मोटे अनाज का दैनिक आहार में उपयोग बढ़ाया जा रहा है। घरों के साथ ही अब होटल व रेस्टारेंट में भी मिलेट्स आधारित व्यंजनों व उत्पादों को मेन्यू में शामिल किया जा रहा है। ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के मोटे अनाज से तैयार व्यंजन परोसे जा रहे है। मोटे अनाज से ही चाइनीज, इटैलियन व दक्षिण भारतीय व्यंजन तैयार हो रहे है। खबरों के गलियारे में चर्चा है कि मध्यम वर्गीय परविार तो बड़े होटलों मिलेट्स व्यंजन चखने नहीं जा सकते इसलिए इसे ठेले-खोमचे में अनिवार्य किया जाए।
दिल से बुरा लगता है
छत्तीसगढ़ के उभरते कलाकार का सड़क हादसे में निधन हो गया। दिल से बुरा लगता है पढ़ते ही एक लड़के की शक्ल याद आ जाती है। देवराज पटेल अब हमारे बीच नहीं रहे। वे इंटरनेट मीडिया, खासतौर पर यूट्यूब पर शार्ट वीडियो बनाने के लिए जाने जाते थे। अपने वीडियो में देवराज अक्सर दिल से बुरा लगता है को पंच लाइन की तरह इस्तेमाल करते थे। लोगों को उनके ये वीडियो खूब पसंद आते रहे।
छोटी उम्र में ही देवराज ने बड़ा नाम कमा लिया था। भगवान ने मेरा शक्ल ऐसा बनाया है ना कि लोगों को समझ नहीं आता, क्यूट बोले या क्यूटिया..। वीडियो के आखिर में वो बाय भी बोलते हैं, लेकिन ये किसको पता था कि ये उनका आखिरी बाय होगा। देवराज के चाहने वालों ने इस खबर खामोशी स्वीकार किया और श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अब दिल से बुरा लगता है । ओम शांति। शत-शत नमन देव।