108 ने कहा 112 में लगाओं फोन, नहीं मिली मदद पेट्रोलिंग पुलिस बनी देवदुत
-दर्द से तड़प रही थी युवती, सड़क पर बेहोश पड़ी थी लड़की, पिता कर रहा था मदद के लिए इंतजार
-पेट्रोलिंग वाहन में पहुंचाया अस्पताल, सड़क पर मदद के लिए राह ताक रहा था पिता
धमतरी/नवप्रदेश। देशव्यापी लॉकडाउन (Nationwide lockdown) में देवदुत (Devdut) बनकर पहुंची पेट्रोलिंग पुलिस ( Patrolling police) ने सड़क (road) पर बेहोश पड़ी लड़की को पेट्रोलिंग वाहन (Patrolling vehicle) से अस्पताल (Hospital Transported) पहुंचाया। 21 दिन के इस लॉकडाउन में कोई भी जिले से बाहर व शहर से बाहर निकलने में डर रहा है ऐसे में यदि किसी की जान जोखिम में पड़ जाए तो उसे भगवान ही बचा सकता है।
ऐसा ही एक मामला धमतरी (Dhamtari) का सामने आया है। जब एक पिता अपनी बेहोश बेटी को लेकर सड़क पर मदद के लिए इंतजार करता नजर आया। वहीं पेट्रोलिंग कर रही पुलिस ने जब देखा सड़क पर बेहोश बेटी को लेकर पिता मदद की आस लगाए हुए बैठा है ऐसे में पेट्रोलिंग पुलिस (patrolling police Dhamtari ) ने खुद अपने वाहन में बेहोश बेटी और पिता के साथ अस्पताल पहुंचाया।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम रतावा निवासी सुरेश नेताम ग्राम रतावा निवासी सुरेश नेताम की पुत्री नेहा नेताम पेट दर्द से तड़प रही थी। बेटी को तड़पते देख पिता उसे बाइक में बैठाकर उपचार के लिए नगरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जा रहा था। लेकिन दर्द से बेहाल लड़की ग्राम सांकरा और रानीगाँव के बीच रास्ते में ही बेहोश हो गयी। सुनसान सड़क और तेज धूप के बीच परेशान पिता समझ नहीं पा रहा था कि आखिर करे तो क्या करे।
उसने मदद के लिए 108 वाहन को भी कॉल लगाया। लेकिन 108 के अटेंडर ने वाहन धमतरी में होने और 112 वाहन में कॉल लगाने की बात कहकर फोन काट दिया। मजबूर पिता ने 112 में भी कॉल लगाया लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। ऐसे में वह किसी आने जाने वाले राहगीर से मदद की आस लगाये सूनसान सड़क पर ही बैठा रहा। तभी पेट्रोलिंग कर रहे सिहावा थाना के प्रधान आरक्षक रामकृष्ण साहू अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे। पिता सुरेश नेताम ने उन्हें पुत्री के दर्द से बेहोश होने की जानकारी दी।
पुलिस (patrolling police Dhamtari ) के जवानों ने बगैर कोई देरी किये बेहोश पड़ी लड़की को तत्काल पेट्रोलिंग वाहन से लेकर अस्पताल पहुँचाया। जहां त्वरित उपचार के बाद लड़की की स्थिति सामान्य हुई। परिजनों ने पुलिस कर्मियों (patrolling police Dhamtari ) का आभार मानते हुए कहा कि समय रहते उसकी बेटी को अस्पताल पहुँचाकर इलाज करवाया। उसने कहा फरिस्ता बनकर आए ऐसे पुलिसवालों का शुक्रिया अदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है।