जिम ट्रेनर ने की बड़े बिजनेसमैन की पत्नी की हत्या, ‘दृश्यम’ स्टाइल में DM आवास के पास छुपाया शव…
-शव को जिला मजिस्ट्रेट के आवास के क्षेत्र में ‘दृश्यमान’ स्टाइल में छिपा दिया
कानपुर। Murder Of Businessman Wife Police Denies Drishyam-2: उत्तर प्रदेश में एक चौंकाने वाली घटना घटी है जहां एक जिम ट्रेनर ने जिम जा रही एक महिला की हत्या कर दी और उसके शव को सीधे जिला मजिस्ट्रेट के आवास के क्षेत्र में दृश्यम फिल्म के स्टाईल में छिपा दिया। बताया गया है कि मृतक महिला कानपुर के एक मशहूर उद्योगपति की पत्नी है। इस बीच पुलिस ने कहा कि उक्त महिला का शव डीएम के आवास वाले इलाके में नहीं बल्कि एक साइड क्लब में मिला था। साथ ही पुलिस ने शहर के सभी जिम और जिम ट्रेनर्स का पुलिस वेरिफिकेशन करने का आदेश दिया है।
इस घटना के बारे में अधिक जानकारी के मुताबिक कानपुर के बिजनेसमैन राहुल गुप्ता की पत्नी एकता रोज सुबह ग्रीन पार्क इलाके में जिम जाती थीं। लेकिन उस दिन से वह कभी घर नहीं लौटी। इसके बाद पति राहुल गुप्ता ने जिम ट्रेनर के खिलाफ पुलिस में एफआईआर (Murder Of Businessman Wife Police Denies Drishyam-2) दर्ज कराई। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। साथ ही पुलिस जिम ट्रेनर विमल सोनी की भी तलाश कर रही थी। आखऱिकार पुलिस ने आरोपी को पकड़कर हिरासत में लिया और पूछताछ में विमल ने एकता गुप्ता की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने बताया कि आरोपी विमल सोनी और मृतिका एकता गुप्ता के बीच एक साल से अनैतिक संबंध था। साथ ही जब आरोपी ने कहीं और शादी कर ली तो एकता ने उससे विवाद किया। बहस इतनी बढ़ गई कि इस दौरान आरोपी ने एकता को मुक्का मार दिया। उसमें महिला की मौत हो गयी। इसके बाद आरोपियों ने उसके शव को डीएम आवास के पास इलाके में दफना दिया। लेकिन मृतक महिला के पति ने पुलिस के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उसकी पत्नी का किसी के साथ कोई संबंध नहीं था।
इस बीच पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद शव को छिपाने का आइडिया आरोपी विमल को फिल्म दृश्यम से आया था। महिला की हत्या करने के बाद वह सोच रहा था कि शव को कैसे ठिकाने लगाया जाए। तभी उसे याद आया कि कैसे सिंघम फिल्म में अजय देवगन एक लाश को पुलिस स्टेशन में छुपा देते हैं। इसके बाद उसने महिला के शव को डीएम आवास के पास के परिसर में दफना दिया, जहां आरोपी का आना-जाना था।
इस बीच जब पुलिस ने विमल को पकड़ा तो पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। अपराध कबूल करने के बाद भी उसने शव को ठिकाने लगाने के लिए चुनी गई जगह के बारे में गलत जानकारी दी। इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती से उससे पूछताछ की तो उसने शव के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।