MP News : सब-पोस्टमास्टर की करतूत, सट्टेबाजी की लत ने इस हद तक गिरा दी...?

MP News : सब-पोस्टमास्टर की करतूत, सट्टेबाजी की लत ने इस हद तक गिरा दी…?

MP News : Sub-postmaster's handiwork, betting addiction has dropped to such an extent...?

MP News

सागर। MP News : मध्य प्रदेश के सागर जिले में पुलिस ने एक सब-पोस्टमास्टर को करीब 20 लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सब पोस्टमास्टर ने लोगों से करीब एक करोड़ रुपये फिक्स डिपॉजिट के नाम पर लिए और फिर उन्हें आईपीएल सट्टेबाजी में लगा दिया।

दो साल में 20 लोगों को ठगा

जानकारी के मुताबिक (MP News), सब-पोस्टमास्टर विशाल अहिरवार जिले के बीना कस्बे के बजरिया पोस्ट ऑफिस में पदस्थ था और पिछले दो साल में उसने कम से कम 20 लोगों को ठगा। पुलिस ने विशाल को आईपीसी की धारा 408 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत 20 मई को गिरफ्तार किया था और वह 26 मई तक पुलिस रिमांड पर है। जीआरपी टाउन इंस्पेक्टर अजय धुर्वे ने कहा, ‘कुछ दिन पहले नौ उपभोक्ताओं ने पोस्ट ऑफिस से अपने फिक्स डिपॉजिट से पैसे निकालने के लिए संपर्क किया, लेकिन उन्हें अपना रिकॉर्ड नहीं मिला। उन्होंने कैशियर को अपनी पासबुक दिखाई तब पता लगा कि उनके नाम पर कोई पैसा जमा ही नहीं किया गया है।

लोगों को दी फर्जी पासबुक 

इसके बाद पीड़ित उपभोक्ताओं ने अहिरवार से संपर्क किया, लेकिन वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जिसके बाद उपभोक्ता पुलिस के पास पहुंचे। धुर्वे ने कहा कि पूछताछ में पुलिस ने पाया कि अहिरवार ने इस पैसे का इस्तेमाल आईपीएल सट्टेबाजी में किया और उपभोक्ताओं को फर्जी पासबुक उपलब्ध कराई। अहिरवार ने सोचा था कि वह सट्टा जीतकर पैसे लौटा देगा लेकिन वह लगातार हारता गया और वह पैसे वापस नहीं कर पाया।

ग्रामीण इलाके के लोगों को बनाया शिकार

अहिरवार की गिरफ्तारी के बाद इस तरह की और भी शिकायतें सामने आई हैं। अब तक कुल 20 लोग उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा चुके हैं। इन लोगों ने कुल करीब एक करोड़ रुपये फिक्स डिपॉजिट के नाम पर जमा किए थे। पुलिस का कहना है कि अभी और शिकायतकर्ताओं के सामने आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अहिरवार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों को ठगा है।

पहले भी लगा था गबन का आरोप

जांच में यह भी पता चला कि आरोपी (MP News) को कुछ साल पहले खिमलासा पोस्ट ऑफिस में सरकारी धन के गबन के आरोप में सस्पेंड भी किया गया था, हालांकि बाद में उसे क्लीन चिट दे दी गई थी। अब पुलिस इस धोखाधड़ी में डाकघर के अन्य कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रही है।

JOIN OUR WHATS APP GROUP

डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *