Morbi Incident : दोषियों को कड़ी सजा मिले
Morbi Incident : गुजरात के मोरबी में नदी पर बने झूलते पुल के अचानक टूट जाने से लगभग डेढ़ सौ लोगों की मौत की घटना ने पूरे देश का दिल दहला दिया है। निश्चित रूप से यह एक हृदय विदारक हादसा है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए। इस घटना के बाद से जो तथ्य सामने आ रहे है उसके मुताबिक इस घटना के लिए उक्त पुल का रख-रखाव करने वाली और इसका संचालन करने वाली कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे है।
शासन प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारी से हरगिज नहीं (Morbi Incident) बच सकता। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि इस झूलते हुए पुल के संधारण का काम एक घड़ी बनाने वाली कंपनी को आखिर क्यों दिया गया। संधारण के बाद इसका संचालन करने वाली कंपनी ने हादसे के दिन उस पुल पर क्षमता से अधिक लोगों का जमावड़ा क्यों लगने दिया। बताया जाता है कि उस पुल पर अधिकतम १०० लोगों को ही एक बार में जाने की अनुमति दी जाती थी फिर उस दिन ४०० से अधिक लोग उस पुल पर कैसे पहुंच गए। इसकी जिम्मेदारी तय होना जरूरी है।
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद वहां पहुंचे और उन्होने हादसे में घायल लोगों से तथा बचाव कार्य में लगी टीम से मुलाकात कर हादसे की जानकारी ली है और एक बैठक कर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए है। हादसे में हताहत लोगों के लिए मुआवजा भी घोषित कर दिया गया है लेकिन इससे उनके परिजनों के जख्मों पर मरहम नहीं लगेगा। जब तक इस हादसे के लिए दोषी लोगों को कड़ी सजा नहीं मिलेगी तब तक हादसे में मारे गए और घायल हुए लोगों को इंसाफ नहीं मिल पाएगा। बहरहाल उम्मीद की जा रही है कि गुजरात सरकार इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों को दंडित करने में कोई कोताही नहीं करेगी।
इस बीच विपक्षी पार्टियों ने इस हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू कर दी है जो कतई उचित नहीं है। सभी राजनीतिक दलों को दलगत भावना से ऊपर उठकर इस हादसे की सूक्ष्म जांच कराने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कठोर से कठोर दंड दिलाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना चाहिए लेकिन इसे राजनीतिक रोटी सेंकने का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गुजरात (Morbi Incident) में सोमवार शाम मोरबी हादसे पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई. इस दौरान प्रधानमंत्री को बचाव और राहत कार्यों की जानकारी दी गई. उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए. बता दें कि कल पीएम मोदी के घटनास्थल पर जाने की संभावना है. बैठक में हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई. बैठक में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल रहे।