Modi-Jinping Meeting : मुलाकात पर भारत-चीन के विदेश मंत्रालय ने क्यों कहा पहल हम ने नहीं किया
0 विदेश मंत्रालय ने कहा- चीन की रिक्वेस्ट पर मुलाकात हुई ; ड्रैगन बोला- भारत के कहने पर मिले लीडर्स
नवप्रदेश डेस्क। Modi-Jinping Meeting : मोदी-जिनपिंग मीटिंग पर भारत-चीन ने अलग-अलग दावे किये हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा-चीन की रिक्वेस्ट पर BRICS मुलाकात हुई है। जबकि चीन का बोलना है कि भारत के कहने पर मिले। मिडिया में चल रही ख़बरों के मुताबिक दोनों लीडर्स 15वीं ब्रिक्स समिट के आखिरी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले मोदी-जिनपिंग ने बात की थी। BRICS समिट के आखिरी दिन शीन जिनपिंग से हाथ मिलाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर से यह साफ़ हो जाता है कि यह अनौपचारिक मुलाकात है।
बता दें ये समिट 24 अगस्त को साउथ अफ्रीका में PM मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई। 25 अगस्त, यानी आज चीनी विदेश मंत्रालय ने Modi-Jinping Meeting : दावा किया कि ये मीटिंग भारत की रिक्वेस्ट पर हुई है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने चीन के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि चीन की तरफ से कई महीनों से बाइलेट्रल मीटिंग की रिक्वेस्ट पेंडिंग थी। इसके बाद ही दोनों नेताओं में बातचीत हुई। PM मोदी और शी जिनपिंग के बीच हुई बातचीत अनौपचारिक थी।
दौरान राष्ट्रपति जिनपिंग ने शांति और विकास के लिए अच्छे संबंधों को जरूरी बताया। साथ ही उन्होंने सीमा विवाद पर दोनों देशों की तरफ से सही अप्रोच होने की बात कही, जिससे शांति बनाई जा सके। वहीं PM मोदी ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तनाव के मुद्दे को उठाया।