पांच अफसरों की भूल से हुई थी वायुसेना के छह जवानों की मौत
नई दिल्ली। नवप्रदेश बडग़ाम में भूलवश (mistakenly अपनी ही वायुसेना (air force) के छह जवानों (six soldiers) की मौत (death) के मामले में पांच अधिकारियों (five officers को दोषी पाया गया है। उल्लेखनीय है कि बालाकोट हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों की गत 27 फरवरी को हवा में झड़प के दौरान वायु सेना द्वारा भूलवश अपने ही एक हेलिकॉप्टर को मिसाइल से मार गिराया गया था।
इस हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार सभी 6 वायु सैनिकों की मौत हो गई थी, जबकि एक असैनिक भी मारा गया था। उसी समय नौशेरा सेक्टर के हवाई क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प हो रही थी। सूत्रों के अनुसार एमआई -17 हेलिकॉप्टर दुर्घटना की जांच के लिए गठित कोर्ट ऑफ इन्कवायरी ने अपनी रिपोर्ट में वायु सेना (air force) के पांच अधिकारियों को दोषी पाया है। यह रिपोर्ट आगे की कार्रवाही के लिए वायु सेना मुख्यालय भेजी गयी है।
ऐसे समझें पूरा मामला
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी को तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के निकट बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर उन्हें ध्वस्त कर दिया था।
पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने इसके जवाब में अगले दिन यानी 27 फरवरी की सुबह भारतीय ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की जिसे वायु सेना (air force) ने विफल कर दिया।
वायु सेना (air force) की जमीनी रक्षा प्रणाली उस समय चौकस थी और उसने राडार पर हवा में कुछ गतिविधि देखी। लेकिन वहां तैनात अधिकारियों को यह नहीं पता चला कि यह वायु सेना का ही हेलिकॉप्टर है। इसे दुश्मन का समझ कर मिसाइल हमले में गिरा दिया गया था।
बेहद दुखद मामला ऐसी गलतियां हमारे सेना के लिए बेहद कष्टप्रद है