Interesting : ‘यश’ पर यस-नो की जुबानी जंग और मंत्री लखमा का जवाब
Minister Lakhma Answer to Opposition : आबकारी मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा सदस्यों ने किया सदन से वॉकआउट
रायपुर/नवप्रदेश। Minister Lakhma Answer to Opposition : विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन में भाजपा सदस्यों ने प्रदेश में देशी तथा विदेशी मदिरा के विक्रय से प्राप्त राशि तथा शराब दुकानों पर शेष राशि से जुड़े सवाल के जवाब में यश बैंक द्वारा की गई अनियमितता सामने आई। भाजपा के नारायण चंदेल के सवाल के जवाब में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने माना कि महासमुंद जिले में 5 करोड़ 25 लाख 98 हजार 650 रुपए संग्रहण एवं निगम के खाते में जमा नहीं हो सकी है।
इस पर चंदेल ने प्लेसमेंट एजेंसी पर कार्रवाई करने की मांग कर दी। लेकिन मंत्री (Minister Lakhma Answer to Opposition) लखमा ने बताया कि यह राशि प्लेसमेंट एजेंसी नहीं बल्कि यश बैंक द्वारा की अनियमितता के कारण जमा नहीं हो सकी है। विभाग के वार्षिक ऑडिट में यह बात सामने आई। निगम ने यश बैंक को ब्लैलिस्ट कर दिया है।
इसके बाद यश बैंक के हाईकोर्ट में चले जाने पर कोर्ट ने ह स्थगन आदेश पारित करते हुए यश बैंक से 10.33 करोड़ की बैंक गारंटी निगम के पक्ष में कराई गई है। इस एफडीआर के जरिए उक्त राशि की वसूली की जाएगी। हालांकि लखमा के जवाब से असंतुष्ट भाजपा सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया।
ऐसे चली यस नो की जंग
भाजपा सदस्य ने कहा कि आखिर यश बैंक में ही पैसा क्यों रखा जा रहा है और इसे कब अनुमति दी गई तो। मंत्री लखमा ने कहा कि यश बैंक को राज्य की लिस्ट में आपही की सरकार में शामिल किया गया था। 18 जनवरी 2018 में इस बैंक को अनुमति दी गई थी। इस पर जकांछ के धर्मजीत सिंह ने कहा कि यश बैंक कब नो हो जाएगा कोई नहीं जानता इसलिए शासन के पैसे को इस बैंक से राष्ट्रीयकृत बैंक में शिफ्ट किया जाए। क्या ऐसी व्यवस्था होगी। लखमा ने कहा कि बैंक को ब्लैकलिस्ट कर दिया है गया।